उत्तराखंड स्थित बद्रीनाथ धाम, जो कि चार धाम यात्रा का एक अहम हिस्सा है, हर साल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनता है। यह धाम हिन्दू धर्म में विशेष स्थान रखता है, और यहां के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से भक्त आते हैं। बद्रीनाथ धाम का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व किसी से छिपा नहीं है। हर साल की तरह इस वर्ष भी बद्रीनाथ धाम के कपाट खोलने की तारीख की घोषणा की गई है। इस बार 4 मई को बद्रीनाथ के कपाट खोलने की तिथि निर्धारित की गई है।

आज यानी बसंत पंचमी के दिन टिहरी के राजदरबार में एक विशेष धार्मिक आयोजन हुआ, जिसमें तीर्थ पुरोहित, डिमरी समाज और बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के प्रमुख सदस्य मौजूद थे। इस दौरान, विशेष मंत्रोच्चारण और पूजा-अर्चना के बीच कपाट खुलने की तिथि की घोषणा की गई। सुबह 6 बजे विशेष वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ बद्रीनाथ धाम के कपाट खोले जाएंगे, और इसके बाद यहां श्रद्धालुओं का आना शुरू हो जाएगा। इस आयोजन का महत्व इसलिए भी है क्योंकि यह परंपरागत रूप से हिंदू कैलेंडर और खगोलीय पिंडों की स्थिति के आधार पर तय किया जाता है।

बद्रीनाथ धाम के कपाट पिछले साल 17 नवंबर को शीतकाल के लिए बंद किए गए थे, और यह बंदी पूरी तरह से परंपरा के अनुसार की गई थी। भारतीय परंपरा के अनुसार, जब भी पर्वतीय क्षेत्र में तापमान बहुत कम हो जाता है और बर्फबारी का मौसम होता है, तब मंदिरों के कपाट बंद कर दिए जाते हैं ताकि मंदिर में स्थित भगवान की मूर्तियों को ठंड से बचाया जा सके। इस दौरान मंदिर में पूजा-अर्चना का कार्य धीमा पड़ जाता है, लेकिन शीतकाल के बाद जब मौसम बेहतर होता है, तो मंदिर के कपाट फिर से खोल दिए जाते हैं और भक्तों को दर्शन का अवसर मिलता है।

पिछले साल बद्रीनाथ धाम में 11 लाख से ज्यादा तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए थे। यह संख्या केदारनाथ धाम में पहुंचे तीर्थयात्रियों से कम थी, जहां 13.5 लाख से ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे थे। ऐसे में बद्रीनाथ धाम में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, और हर साल यहां पहुंचने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि हो रही है।

इस बार भी, जैसे ही कपाट खुलेंगे, यहां आस्था और विश्वास के साथ लाखों श्रद्धालु पहुंचने के लिए तैयार हैं। बद्रीनाथ धाम न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यहां की प्राकृतिक सुंदरता भी यात्रियों को आकर्षित करती है। भगवान बद्रीनाथ के दर्शन के लिए लोग दूर-दूर से यात्रा करते हैं और यहां की पवित्र नदियां और पर्वत क्षेत्र पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

अगर आप भी इस वर्ष बद्रीनाथ धाम जाने का सोच रहे हैं, तो अब आपके पास यात्रा की योजना बनाने का सही समय है। 4 मई के बाद बद्रीनाथ धाम के कपाट खुल जाएंगे, और यह श्रद्धालुओं के लिए एक अद्भुत अवसर होगा कि वे इस पवित्र स्थान के दर्शन कर सकें।

आपकी यात्रा को सुखद बनाने के लिए प्रशासन ने भी सभी आवश्यक इंतजाम किए हैं, ताकि श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मंदिर तक पहुंच सकें। यहां की यात्रा के दौरान आपको पहाड़ी रास्तों का सामना करना पड़ेगा, इसलिए सुरक्षा और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां रखना जरूरी है।

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