रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को लेकर हाल ही में एक बेहद अजीब और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुतिन जब भी विदेश यात्राओं पर जाते हैं, तो उनके बॉडीगार्ड्स उनके मल-मूत्र (faecal waste) को भी अपने साथ लेकर लौटते हैं। इस काम के लिए विशेष प्रकार का “सूटकेस” रखा जाता है, जिसे मीडिया में “पूप सूटकेस” कहा जा रहा है। बताया जा रहा है कि यह सब इसलिए किया जाता है ताकि किसी भी विदेशी खुफिया एजेंसी को पुतिन के स्वास्थ्य की जानकारी न मिल सके।

क्यों उठाया जाता है यह कदम?
दरअसल, खुफिया एजेंसियां अक्सर किसी भी बड़े नेता या सैन्य अधिकारी के स्वास्थ्य संबंधी डेटा को हासिल करने की कोशिश करती हैं। अगर किसी नेता के स्वास्थ्य की गुप्त जानकारी मिल जाती है, तो यह राजनीतिक और कूटनीतिक दृष्टि से बेहद संवेदनशील हो सकता है। पुतिन को लेकर हमेशा यह चर्चा रही है कि वे अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी सतर्क रहते हैं। इसीलिए उनके बॉडीगार्ड्स यह सुनिश्चित करते हैं कि विदेश में उनका कोई भी जैविक नमूना (biological sample) किसी के हाथ न लगे।
अलास्का शिखर वार्ता के दौरान भी अपनाया गया विशेष इंतजाम
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच अलास्का में शिखर वार्ता (Summit) हुई। इस बैठक के दौरान भी पुतिन की सुरक्षा के लिए बेहद कड़े इंतजाम किए गए थे। पुतिन जहां भी जाते हैं, वहां उनके चारों ओर हमेशा बॉडीगार्ड्स का मजबूत घेरा रहता है। लेकिन इसके साथ ही उनकी टीम उनके मल को भी इकट्ठा कर वापस रूस ले जाती है।
कैसे होती है यह प्रक्रिया?
फ्रांसीसी पत्रिका पेरिस मैच (Paris Match) में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन की सुरक्षा में तैनात फेडरल प्रोटेक्शन सर्विस (Federal Protection Service – FPS) के सदस्य उनकी यात्रा के दौरान उनके मल और अन्य जैविक कचरे को विशेष बैग में इकट्ठा करते हैं। इन बैग्स को फिर खास तरह के सूटकेस में रखा जाता है, जिसे केवल पुतिन की सुरक्षा टीम ही संभालती है। बाद में यह सूटकेस वापस रूस ले जाया जाता है, ताकि किसी भी तरह का सैंपल विदेशी एजेंसियों के हाथ न लगे।
जांच पड़ताल से बचाव का तरीका
विशेषज्ञों के अनुसार, किसी भी व्यक्ति के मल या मूत्र से उसके स्वास्थ्य, खान-पान, इस्तेमाल की जा रही दवाइयों और यहां तक कि उसकी बीमारियों के बारे में भी जानकारी मिल सकती है। यही वजह है कि पुतिन अपनी निजी जानकारी को लीक होने से रोकने के लिए यह बेहद अनोखा और कड़ा कदम उठाते हैं। यह तरीका भले ही आम लोगों को अजीब लगे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय राजनीति और जासूसी की दुनिया में इसे एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है।
निष्कर्ष
पुतिन की यह रणनीति दिखाती है कि रूस अपने राष्ट्रपति की सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर कितनी ज्यादा सतर्कता बरतता है। चाहे वह विदेश यात्रा हो या किसी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेना, उनकी टीम हमेशा इस बात का ध्यान रखती है कि पुतिन से जुड़ा कोई भी जैविक या व्यक्तिगत डेटा विदेशी एजेंसियों तक न पहुंचे। यही कारण है कि उनके बॉडीगार्ड्स हमेशा “पूप सूटकेस” साथ लेकर चलते हैं।
👉 कुल मिलाकर, यह मामला दर्शाता है कि वैश्विक स्तर पर बड़े नेताओं की सुरक्षा केवल शारीरिक सुरक्षा तक सीमित नहीं होती, बल्कि उनके स्वास्थ्य और निजी जानकारी की सुरक्षा भी उतनी ही अहम मानी जाती है।
