आधुनिक भारतीय क्रिकेट के दिग्गज वीरेंद्र सहवाग के बेटे आर्यविर सहवाग ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है, जिसने क्रिकेट प्रेमियों के बीच काफी चर्चा छेड़ दी है। 17 वर्षीय आर्यविर, जो दिल्ली प्रीमियर लीग (DPL) 2025 में सेंट्रल दिल्ली किंग्स की टीम का हिस्सा हैं और जिन्हें नीलामी में 8 लाख रुपये में खरीदा गया है, ने एक इंटरव्यू के दौरान वर्तमान क्रिकेट के कई महान खिलाड़ियों को लेकर अपनी पसंद का खुलासा किया।

आर्यविर से जब पूछा गया कि वे किसे चुनेंगे—मौजूदा टेस्ट कप्तान शुभमन गिल, एम एस धोनी या रोहित शर्मा—तो उन्होंने लगभग सभी विकल्पों को पीछे छोड़ते हुए शुभमन गिल को चुना। यह चयन क्रिकेट के युवा सितारे गिल के प्रति आर्यविर की गहरी प्रशंसा और विश्वास को दर्शाता है। शुभमन गिल ने अपनी बल्लेबाजी के दम पर भारत के लिए कई महत्वपूर्ण मैच जीते हैं और उनके खेल में एक अलग ही चमक है, जिसे देखकर युवा आर्यविर ने उन्हें ही अपनी प्राथमिक पसंद माना।

हालांकि, जब आर्यविर से पूछा गया कि विराट कोहली और शुभमन गिल में से वे किसे चुनेंगे, तो उन्होंने विराट कोहली को चुना। यह निर्णय इस बात का सबूत है कि विराट कोहली की बल्लेबाजी और कप्तानी के गुण आज भी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। विराट कोहली की भारतीय क्रिकेट में भूमिका और उपलब्धियां कई पीढ़ियों के लिए मिसाल हैं, और आर्यविर जैसे युवा खिलाड़ियों के इस तरह के बयान से साफ है कि कोहली अभी भी क्रिकेट जगत में सबसे अधिक सम्मानित और पसंद किए जाने वाले खिलाड़ी हैं।

आर्यविर का यह इंटरव्यू इस बात का भी संकेत है कि युवा क्रिकेटर्स में वर्तमान खिलाड़ियों के प्रति गहरी समझ और सम्मान है। साथ ही, यह भी दर्शाता है कि वे अपने खेल के प्रति कितने गंभीर हैं और भविष्य में भारतीय क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर ले जाने का सपना देखते हैं।

आर्यविर सहवाग की यह पसंद क्रिकेट जगत में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। जहां कुछ लोग शुभमन गिल के चयन को एक नए युग के भारतीय क्रिकेट की शुरुआत मान रहे हैं, वहीं विराट कोहली को चुनना अनुभवी और सफल खिलाड़ियों के लिए सम्मान जताने के रूप में देखा जा रहा है। यह संतुलित नजरिया यह भी दर्शाता है कि युवा खिलाड़ी केवल वर्तमान सितारों की प्रशंसा ही नहीं करते, बल्कि भविष्य के सितारों को भी पहचानते हैं।

आर्यविर ने अपनी इस बातचीत में यह भी बताया कि उन्हें अपने पिता वीरेंद्र सहवाग से काफी प्रेरणा मिलती है। वीरेंद्र सहवाग भारतीय क्रिकेट के सबसे धमाकेदार बल्लेबाजों में से एक रहे हैं, और उनके बेटे की इस पसंद से साफ है कि क्रिकेट का जुनून परिवार में ही झलकता है।

दिल्ली प्रीमियर लीग जैसे मंचों पर खेलते हुए, आर्यविर को उम्मीद है कि वे अपने खेल से देश का नाम रोशन करेंगे और भारतीय क्रिकेट में एक नई पहचान बनाएंगे। शुभमन गिल जैसे खिलाड़ियों को चुनकर वे यह दिखाते हैं कि वे न केवल अनुभव का सम्मान करते हैं बल्कि युवाओं को भी मौका देना चाहते हैं जो देश के भविष्य को संवारेंगे।

इस तरह के युवा क्रिकेटरों की सोच भारतीय क्रिकेट के उज्जवल भविष्य का संकेत देती है। जहां वे अनुभवी खिलाड़ियों की प्रेरणा लेते हैं, वहीं नए खिलाड़ियों में विश्वास रखना भी उनकी सोच का हिस्सा है। आर्यविर सहवाग जैसे युवा खिलाड़ी भारत के क्रिकेट के लिए उम्मीद की नई किरण हैं, जो आने वाले समय में कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं और भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर पहुंचा सकते हैं।

इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय क्रिकेट में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के बीच संतुलन बना हुआ है, और यह संतुलन ही भारत को विश्व क्रिकेट में मजबूत बनाए रखेगा।

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