भारत और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम में तीन बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर और कप्तान शुभमन गिल ने संभावित टीम संयोजन को लेकर रणनीति बनानी शुरू कर दी है। दो बदलाव तो चोट के कारण मजबूरी में किए जा रहे हैं, लेकिन एक बदलाव ऐसा भी हो सकता है जो पूरी तरह से चयनकर्ताओं की रणनीतिक सोच का हिस्सा है।
चोटिल खिलाड़ियों की जगह नए चेहरे

चोटिल खिलाड़ी आकाश दीप और नितीश कुमार रेड्डी अब सीरीज में आगे हिस्सा नहीं ले पाएंगे। ऐसे में उनकी जगह नए खिलाड़ियों को टीम में मौका मिलेगा। तेज गेंदबाज आकाश दीप की जगह पर अनशुल काम्बोज को मौका मिलने की प्रबल संभावना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनशुल का प्रदर्शन घरेलू क्रिकेट में शानदार रहा है और वह इस समय चयनकर्ताओं की पहली पसंद बनकर उभरे हैं।
वहीं, ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी की जगह किसी ऐसे खिलाड़ी को शामिल किया जा सकता है जो गेंदबाजी के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी योगदान दे सके। हालांकि अभी इस पर अंतिम फैसला नहीं हुआ है, लेकिन गौतम गंभीर का फोकस ऐसे खिलाड़ी को चुनने पर है जो इंग्लैंड के चुनौतीपूर्ण हालात में संतुलन बनाए रख सके।
साई सुदर्शन की वापसी की संभावना
सबसे चौंकाने वाला और चर्चा का विषय बना है एक अनिवार्य नहीं, बल्कि रणनीतिक बदलाव। रिपोर्ट्स के अनुसार, साई सुदर्शन को फिर से प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जा सकता है। उन्होंने लीड्स में खेले गए पहले टेस्ट में नंबर 3 पर बल्लेबाजी की थी, लेकिन खराब प्रदर्शन के चलते उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था।
उसके बाद दूसरे और तीसरे टेस्ट में करुण नायर को नंबर 3 पर मौका दिया गया। करुण ने कुछ ठोस पारियां जरूर खेली हैं, लेकिन टीम मैनेजमेंट का मानना है कि साई सुदर्शन को एक और मौका दिया जाना चाहिए, क्योंकि वह तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज हैं और विदेशी परिस्थितियों में लंबी पारी खेलने की क्षमता रखते हैं।
गौतम गंभीर की रणनीति में संतुलन की झलक
गौतम गंभीर बतौर कोच अब तक अपने निर्णयों में आक्रामकता और संतुलन दोनों दिखा चुके हैं। वह युवा खिलाड़ियों को मौके देने में विश्वास रखते हैं, लेकिन साथ ही प्रदर्शन के आधार पर टीम संयोजन में फेरबदल करने से भी नहीं हिचकते। साई सुदर्शन को दोबारा मौका देना इसी सोच का हिस्सा माना जा रहा है।
निष्कर्ष

मैनचेस्टर टेस्ट में भारतीय टीम का संयोजन नई दिशा ले सकता है। चोटों के कारण दो बदलाव तो तय हैं, लेकिन साई सुदर्शन की वापसी अगर होती है तो यह टीम की बल्लेबाजी को मजबूती देने की एक ठोस कोशिश मानी जाएगी। अब देखना होगा कि चौथे टेस्ट में ये बदलाव टीम इंडिया को जीत के और करीब ले जा पाते हैं या नहीं।