ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, देहरादून में विश्व मधुमक्खी दिवस पर संरक्षण जागरूकता रैली और फील्ड प्रशिक्षण का आयोजन
देहरादून, 20 मई: ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय, देहरादून के सतत पारिस्थितिकी एवं जैव विविधता अनुसंधान केंद्र द्वारा विश्व मधुमक्खी दिवस पर संरक्षण एवं जागरूकता गतिविधियों का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम बायोटेक्नोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. वी.पी. उनियाल एवं डॉ. मनु पंत के निर्देशन में संपन्न हुआ।

विश्वविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग के छात्रों ने मधुमक्खी संरक्षण के संदेश को लेकर परिसर में जागरूकता रैली निकाली। छात्रों ने हाथों में बैनर लेकर और संरक्षण संबंधी नारे लगाते हुए मधुमक्खियों के पारिस्थितिकीय महत्व को रेखांकित किया। इस रैली का उद्देश्य जैव विविधता, परागण और खाद्य सुरक्षा में मधुमक्खियों की भूमिका के बारे में लोगों को जागरूक करना था।
रैली के पश्चात छात्रों ने झाझरा रेंज, देहरादून वन प्रभाग में स्थित शहरी वन ‘आनंद वन’ का भ्रमण किया। इस शैक्षणिक भ्रमण के दौरान छात्रों ने मधुमक्खियों की पहचान, व्यवहार, आवासीय व पारिस्थितिक आवश्यकताओं को प्रत्यक्ष रूप से देखा और सीखा।
डॉ. वंदना मेहरवार, परियोजना सहयोगी, ने छात्रों को फील्ड प्रशिक्षण प्रदान किया। उन्होंने क्षेत्रीय मधुमक्खियों की प्रजातियों, उनके घोंसले बनाने के तरीके, पसंदीदा फूलों, और जैव विविधता में उनके योगदान के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही परागणकर्ताओं के संरक्षण से जुड़े व्यावहारिक पहलुओं पर भी चर्चा की।
यह कार्यक्रम केंद्र की जैव विविधता संरक्षण, फील्ड आधारित शिक्षा और नागरिक विज्ञान (citizen science) को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का एक हिस्सा है। साथ ही, यह संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित 20 मई – विश्व मधुमक्खी दिवस की वैश्विक भावना से भी जुड़ता है।

ऐसे प्रयास विश्वविद्यालय के छात्रों को वास्तविक पर्यावरणीय मुद्दों से जोड़ते हैं और प्रकृति संरक्षण के प्रति जागरूकता व जिम्मेदारी को बढ़ावा देते हैं।