पिछले 05 सालो से लगातार फरार चल रहा था शातिर हत्यारा।
एस0एस0पी0 एसटीएफ की कुशल रणनीति लगातार कर रही है फरार ईनामी अपराधियो के मंसूबे फेल ।
नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार अपनी तेज तर्रार कार्यशैली के लिये जाने जाते है। पदभार ग्रहण करते ही अपने अधिनस्थों को उनके द्वारा शातिर ईनामी अपराधियों, गैंगस्टरो, नशा तस्करो पर प्रभावी एवं कड़ी कार्यवाही किये जाने हेतु स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किये गये है। जिसके तहत उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा फिर एक बार एक और बड़ी कामयाबी हासिल की गई है । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल के कुशल निर्देशन में एसटीएफ उत्तराखण्ड द्वारा अब तक 54 से अधिक खतरनाक शातिर व इनामी अपराधियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा मामले की जानकारी देते हुये बताया कि एक व्यक्ति की हत्या के प्रकरण में थाना रानीपुर जनपद हरिद्वार में पंजीकृत मु0अ0सं0 270/18 धारा 302, 354(क) भादवि में कुख्यात अपराधी बलबीर सिंह पुत्र श्रवण गिरी मूल निवासी ग्राम चिड़ियापुर थाना लक्सर हरिद्वार हाल लेबर कालोनी सैक्टर-2 बीएचईएल रानीपुर हरिद्वार की धरपकड़ हेतु उत्तराखंड एसटीएफ द्वारा प्रयास किये जा रहे थे, जिसके फलस्वरुप उत्तराखण्ड एसटीएफ टीम द्वारा पिछले 05 वर्षो से वांछित कुख्यात ईनामी हत्यारे बलबीर सिंह को देर रात हरिद्वार के रानीपुर मोड के पास से गिरफ्तार किया गया ।
उपरोक्त संदर्भ में, एसएसपीएफ एसटीएफ ने विवरण दिया कि दिनांक 10-08-2018 को हरिद्वार के लेबर कालोनी रानीपुर में, एक युवती के साथ तीन व्यक्तियों द्वारा एक छेड़छाड़ की घटना घटित हुई थी।
जिसका विरोध उसके भाई हेमन्त द्वारा किया गया तो तीनों अभियुक्तो वीर सिंह, बलवीर एवं विरेन्द्र द्वारा हेमन्त के साथ मारपीट कर उसके सिर पर चोट मारकर हत्या कर दी गयी व एवं तीनो अपराधी मौके से फरार हो गये थे। जिसमे से हरिद्वार पुलिस द्वारा एक अभियुक्त वीरेन्द्र को उसी समय गिरफ्तार कर लिया गया था, परन्तु इस घटना में शामिल अन्य 02 अभियुक्त वीर सिंह व बलबीर सिंह तब से लगातार फरार चल रहे थे। इन दोनो अभियुक्तो की गिरफ्तारी पर पुलिस उपमहानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र द्वारा 50-50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था। ये दोनो ईनामी हत्यारे एसटीएफ की रडार पर थे, जिनकी गिरफ्तारी को लेकर पिछले काफी समय से एसटीएफ लगातार प्रयास कर रही थी। जिसके फलस्वरुप स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड द्वारा दिनाक 31-11-2023 को अभियुक्त वीर सिंह की गिरफ्तारी रामजीवाला छकड़ा थाना मण्डावर जनपद बिजनौर से कि गई थी ।उसकी गिरफ्तारी के बाद, इस मामले में अन्य 50,000 रुपये के फरार इनामी अभियुक्त बलबीर के संबंध में स्पेशल टास्क फोर्स उत्तराखंड को महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई थी। इस पर स्पेशल टास्क फोर्स ने लगातार कार्रवाई की और सूचना मिली कि यह अभियुक्त कुछ दिनों से हरिद्वार के रानीपुर मोड में स्थित न्यू पंजाब ढाबा पर तंदूर का कार्य कर रहा था।
इस सूचना पर स्पेशल टास्क फोर्स कि टीम द्वारा देर रात रानीपुर मोड हरिद्वार स्थित न्यू पंजाब ढाबा पर दबिश मार कर गिरफ्तार कर लियाअभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि घटना के बाद ही वह राजस्थान चला गया था, फिर वह दिल्ली और हरियाणा में काफी दिनों तक अपनी पहचान छिपाए रखकर विभिन्न होटलों में तंदूर का कार्य करता रहा। कुछ दिन पहले ही, रानीपुर मोड स्थित न्यू पंजाब ढाबे पर तंदूर कार्य के लिए हरिद्वार आया था।
स्पेशल टास्क फोर्स ने इस प्रकरण मे फरार दोनों 50-50 हजार इनामी अपराधियों को पकड़ने मे विशेष रणनीति अपनाई गई क्योंकि दोनों ही अपराधी खानाबदोश किस्म के थे, इनका कोई स्थानी पता न होने के कारण गिरफ्तारी कर पाना बहुत कठिन हो रहा था साथ ही दोनों ही अपराधी किसी प्रकार से मोबाईल फोन का प्रयोग नहीं करते थे और अपने घरवालों के संपर्क मे भी नहीं रहते थे। अभियुक्तों कि गिरफ़्तारी पूर्णत मैनुवली सूचना पर सम्भव हो पायी है।
आरोपी का नाम: बलबीर सिंह, पुत्र श्रवण गिरी, मूल निवासी ग्राम चिड़ियापुर, थाना लक्सर, हरिद्वार, हाल के समय में लेबर कालोनी सेक्टर-2, बीएचईएल, रानीपुर, हरिद्वार
मोके पर पुलिस टीम:- निरीक्षक अबुल कलाम, एसटीएफ उत्तराखण्ड ,उ0नि0 विद्या दत्त जोशी, एसटीएफ उत्तराखण्ड ,उ0नि0 धर्मेन्द्र सिंह , एसटीएफ उत्तराखण्ड ,उ0नि0 यादवेन्द्र बाजवा , एसटीएफ उत्तराखण्ड ,हे0का0 संजय कुमार , एसटीएफ उत्तराखण्ड ,हे0का0 महेन्द्र सिंह, एसटीएफ उत्तराखण्ड ,हे0का0 संदेश यादव , एसटीएफ उत्तराखण्ड ,हे0का0 बिजेन्द्र चौहान , एसटीएफ उत्तराखण्ड ,का0 मोहन असवाल, एसटीएफ उत्तराखण्ड उपस्थित रहे।