08-फरवरी -2024 को थाना पटेलनगर के अंतर्गत धारावली में मन्दिर के पीछे खाली प्लाॅट में भरे बरसाती पानी में एक युवक का शव पत्थरों से दबा हुआ मिला था। पुलिस की प्रारम्भिक जांच में युवक की हत्या किया जाना प्रकाश में आया, मौके पर मृतक युवक की पहचान रोहित पुत्र बाबूराम निवासी धारावाली, चन्द्रबनी देहरादून के रूप में हुई। मृतक के परिजनों से पूछताछ में उनके द्वारा मृतक का दिनांक 07-02-2024 की प्रातः मजदूरी के कार्य के लिये जाना बताया गया था। घटना के सम्बंध में मृतक के भाई सोनू सैनी द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर कोतवाली पटेलनगर में मुकदमा दर्ज किया गया था।
एसएसपी देहरादून द्वारा स्वंय घटनास्थल पर जाकर घटना के सम्बंध में जानकारी प्राप्त करते हुए घटना के अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निदेश दिये गये। जिसके अनुपालन में थाना पटेलनगर पर पुलिस टीम का गठन किया गया, गठित टीम द्वारा घटना के सम्बंध में आसपास के लोगो तथा मृतक के परिचितों से जानकारी की गई, तो मृतक को घटना की रात्री में घटनास्थल के आसपास अपने साथियो अंकित उर्फ माठू व दिलखुश उर्फ बाला के साथ देखा जाना प्रकाश में आया तथा घटनास्थल के पास ही उनका आपस में विवाद होने की जानकारी मिली।
जिस पर उक्त दोनो व्यक्तियों के सम्बंध में जानकारी प्राप्त करने पर उक्त दोनो का घटना के बाद से ही अपने घर से फरार होना प्रकाश में आया, जिस पर उक्त दोनो दोस्तो के सम्बंध में जानकारी हेतु सुरागरसी पतारसी करते हुए मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया गया तथा मुखबिर की सूचना पर आज दिनांक 09-02-2024 को अभियुक्त दिलकुश उर्फ बाला को भुत्तोवाला तथा अंकित उर्फ माठू को मुरादाबाद से गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त दिलखुश द्वारा बताया गया कि वह फ्राच्यून इन्टरप्राईजेज, ट्रांसपोर्ट नगर में सेलसमैन का कार्य करता है,दिनांक 07-02-2024 की रात्री करीब 08ः30 बजे वह अपने साथी अंकित उर्फ माठू, जो दिहाड़ी मजदूरी का कार्य करता है के साथ शराब पीने के लिये घटनास्थल के पास एक मैदान में गये थे, वहां शराब पीने के बाद वह दोनो सिगरेट लेने एक दुकान में गये तथा वापसी में घटनास्थल के पास उन्हें मृतक रोहित मिला जिसने भी काफी शराब पी हुई थी। इस दौरान सिगरेट मांगने को लेकर रोहित का उन दोनो से झगडा हो गया तथा उनके द्वारा मृतक रोहित को धक्का देकर तालाब में फेंक दिया। जिसके बाद उन दोनो ने उसे तालाब में दबाकर डूबा दिया तथा पास ही मैदान पर रखे पत्थरो को उसके शव के ऊपर रख दिया, जिससे शव ऊपर न आ सके। घटना के बाद दोनो दोस्त अपने-अपने घर चले गये तथा अगली सुबह घर से फरार हो गये।