उत्तराखंड के थानों में बाल अपराधियों के लिए बाल सुधार गृह बनाये जाने हैं। इसकी शुरूआत देहरादून के डालनवाला थाने से कर दी गई है। डालनवाला थाने में बाल सुधार गृह बनकर तैयार हो गया है यहां पर बाल अपराधियों के अनुकूल माहौल तैयार किया गया है। थाने में बाल अपराधियों की काउंसलिंग के लिए पुलिस के साथ बाल आयोग की टीम भी मौजूद रहेगी। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी ने बताया कि ऐसे अपराधी जो छोटे हैं उनके लिए थानों में अलग से बाल सुधार गृह बनाये जाने हैं जहां पर उनकी काउंसलिंग, मेडिकल और उनसे पूछताछ आदि की जायेगी। थानों में अलग से बाल सुधार गृह बनाये जाने का उद्देश्य ऐसे बच्चों के लिए है, जो जाने-अंजाने अपराध की दिशा में गये हों और उनको सुधार करके वापस शिक्षा की ओर मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। देहरादून के डालनवाला थाने में तैयार किया गया है। नगर निगम के 23 वें स्थापना दिवस पर आज मेयर सुनील उनियाल गामा ने पत्रकार वार्ता कर उपलब्धियां गिनवाई। मेयर ने जानकारी देते हुए बताया कि जिन उद्देश्यों के लिए नगर निगम बना था उन उद्देश्यों को लेकर निगम आगे बढ़ रहा है। शहर के विकास के साथ ही लाइट, सफाई व्यवस्था और स्मार्ट सिटी के कार्यों को आगे बढ़ाया जा रहा है। मेयर ने बताया कि 26 जनवरी की परेड परेड ग्राउंड में हो इसी तैयारी के साथ स्मार्ट सिटी के कार्य कराये जा रहे है वही पल्टन बाजार में ब्लॉक व्यवस्था कर कार्य कराये जा रहे है ताकि दुकानदारों और लोगों को असुविधा न हो। जनपद पिथौरागढ के धारचूला तहसील के बजानी तोक के ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी धारचूला के कार्यालय पहुंचकर निर्माणाधीन पेयजल लाइन का कार्य पूरा नहीं होने से पानी की आपूर्ति न होने पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा ।बता दे की बीते 28 जुलाई को बादल फटने से धारचूला मुनस्यारी में काफी तबाही हुई थी जिसके चलते रास्ते मकान पेयजल योजना सब आपदा के भेट चढ गए थे । लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी हालत जस के तस है जहा माननीय मुख्यमत्री जी के द्वारा जहा हर घर जल मिशन के तहत 1रुपए में पानी के कनेक्शन लगाने की बात की जा रही है वहीं दूसरी ओर कालिका बजानी के साथ ही धारचूला की जनता पेयजल की समस्या से जूझ रही है नैनीताल उधमसिंह नगर से सांसद अजय भट्ट ने कहा कि विस्थापन के चलते जमरानी बांध निर्माण कार्य में देरी हो रहा है। उन्होंने कहा कि बिना विस्थापन हुए आधुनिक संसाधन होते हुए भी बांध का काम आगे नहीं बढ़ पायेगा। सांसद ने उम्मीद जताई कि विस्थापन कार्य जल्द पूरा कर लिया जायेगा। सांसद अजय भट्ट के मुताबिक एडीबी की टीम को भी जमरानी आना था लेकिन कोविड की वजह से वह टीम भी नहीं आ पायी, बावजूद इसके बांध के लिए सारी स्वीकृति मिल चुकी हैं। वहीं आर्थिक हालातों के लिहाज से सांसद अजय भट्ट का कहना है कि उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री मोदी और जल संसाधन मंत्री को पत्र लिखा है। उम्मीद है कि बांध का काम जल्द ही तेजी से आगे बढ़ेगा।