मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंच चुके हैं। कुछ ही देर में उत्तर प्रदेश कैबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक शुरू होगी, जिसमें कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जा सकते हैं। इस बैठक में योगी सरकार के सभी 54 मंत्री शामिल होंगे। कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर चर्चा की जाएगी। संभावना है कि प्रयागराज और वाराणसी को मिलाकर एक डेवलपमेंट अथॉरिटी बनाने का निर्णय लिया जाएगा। दोनों शहर धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण स्थल बन चुके हैं, और इससे इन क्षेत्रों के विकास को नई गति मिल सकती है। इसके अलावा, डिफेंस और एयरोस्पेस क्षेत्र में निवेश बढ़ाने के लिए भी महत्वपूर्ण निर्णय हो सकते हैं। युवा वर्ग को स्मार्टफोन और टैबलेट देने जैसे विषय भी एजेंडे में शामिल हो सकते हैं।
कैबिनेट की बैठक में युवा सशक्तिकरण योजना पर गहन मंथन होगा। साथ ही, पांच नवाचार केंद्रों की स्थापना पर भी चर्चा होगी। विदेशी निवेश को कैसे बढ़ावा दिया जा सकता है, इस पर भी मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल के सदस्य विचार-विमर्श करेंगे। औद्योगिक इकाइयों के विकास और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने जैसे विषयों पर भी बैठक में चर्चा होगी। स्वास्थ्य ढांचे को और बेहतर बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण सुझाव दिए जा सकते हैं।
कैबिनेट की इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल के साथ संगम में डुबकी लगाएंगे। यह पहली बार नहीं है कि मुख्यमंत्री ने ऐसे कार्यक्रमों में मंत्रियों को भी शामिल किया है। 2019 के कुम्भ मेले में भी सीएम योगी अपने मंत्रिमंडल के साथ संगम में स्नान कर चुके हैं। इस बार भी बैठक के बाद मंत्री वीआईपी घाट से मोटर बोट के जरिए संगम जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। अन्य मंत्रियों में सुरेश कुमार खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, जयवीर सिंह, लक्ष्मी नारायण चौधरी, धर्मपाल, नंदगोपाल नंदी और अनिल राजभर शामिल हैं। कुल मिलाकर, यूपी सरकार के सभी 54 मंत्री संगम में स्नान करेंगे।