“तमिलनाडु चुनाव से पहले EPS की बड़ी चेतावनी – ‘हमारी जीत तय है, लेकिन सरकार AIADMK की ही बनेगी'”
तमिलनाडु की राजनीति में हलचल तेज़ हो गई है। ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पाडी के. पलानीस्वामी (EPS) ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया है। EPS ने बुधवार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि “हमारा गठबंधन जीत दर्ज करेगा, लेकिन सरकार AIADMK की ही बनेगी।” इस बयान ने तमिलनाडु की आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीतियों को लेकर नई चर्चा छेड़ दी है।

यह बयान ऐसे समय में आया है जब AIADMK और BJP के बीच सीट शेयरिंग और सत्ता साझेदारी को लेकर बातचीत की अटकलें तेज थीं। माना जा रहा था कि अगर AIADMK और BJP गठबंधन मिलकर डीएमके-कांग्रेस सरकार को हराने में सफल होते हैं, तो सत्ता साझा की जा सकती है। लेकिन EPS ने साफ कर दिया है कि गठबंधन का नेतृत्व AIADMK करेगी और मुख्यमंत्री वही बनेंगे।
EPS ने मीडिया से बातचीत में कहा,
“AIADMK इस गठबंधन की अगुवा पार्टी है और निर्णय लेना मेरा अधिकार है। मैं मुख्यमंत्री बनूंगा। BJP पहले ही स्पष्ट कर चुकी है। इससे अधिक क्या चाहिए?”
उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया केवल सनसनी फैलाना चाहता है, लेकिन AIADMK और BJP के बीच कोई तनाव नहीं है। उन्होंने 2019 के लोकसभा और 2021 के विधानसभा चुनावों में BJP के साथ गठबंधन की याद दिलाते हुए कहा कि वे पहले भी साथ थे और अब भी साथ हैं।
हालांकि, EPS के इस बयान को BJP के लिए एक चेतावनी के रूप में देखा जा रहा है। खासकर इसलिए क्योंकि BJP तमिलनाडु में अपनी सियासी जमीन बनाने के लिए संघर्ष कर रही है और AIADMK के बिना उसका राजनीतिक प्रभाव सीमित माना जाता है। EPS के बयान से यह संकेत भी मिलता है कि भले ही गठबंधन बना रहे, लेकिन सत्ता की चाबी AIADMK के ही हाथ में रहेगी।
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि EPS का यह रुख दोहरा संदेश देता है —
- BJP को सीमित भूमिका में रखने की मंशा।
- AIADMK के वोटरों को यह भरोसा दिलाना कि पार्टी आत्मनिर्भर है।
EPS के इस बयान से यह भी स्पष्ट है कि AIADMK किसी भी कीमत पर सत्ता की चाबी BJP के साथ साझा करने को तैयार नहीं है। यह बयान आने वाले समय में गठबंधन के स्वरूप को भी प्रभावित कर सकता है।

अब देखना यह होगा कि BJP इस पर कैसी प्रतिक्रिया देती है और तमिलनाडु में यह गठबंधन किस रूप में चुनावी मैदान में उतरता है। फिलहाल इतना तय है कि AIADMK ने अपनी स्थिति साफ कर दी है – “जीत हमारी, सरकार भी हमारी।”