देश के विभिन्न भागों से विश्वविद्यालय के पथरी बाग कैंपस के सभागार में आए पूर्व छात्र-छात्राओं ने गुरु राम राय विश्वविद्यालय और स्कूल आफ एजुकेशन में बिताये अपने सुनहरे दिनों को याद किया| छात्रों ने अभिव्यक्त किया कि स्कूल ऑफ़ एजुकेशन में संस्कार, आचरण, और शीलता जैसे महत्वपूर्ण मानवीय गुणों का सवर्णन होता है। हम आज जो भी हैं, उसका कारण स्कूल ऑफ़ एजुकेशन से प्राप्त शिक्षा है।
इस अवसर पर गुरु राम राय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति महंत देवेन्द्र दास महाराज ने छात्र-छात्राओं को बधाई एवं शुभकामना सदेंश दिया। कुलपति प्रो.डॉ. यशवीर दिवान और कुलसचिव प्रो.डॉ. अजय कुमार खंडूड़ी ने छात्र-छात्राओं के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए उन्हें अन्य छात्रों का मार्गदर्शन बनने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम का शुभारंभ डीन स्कूल ऑफ एजुकेशन प्रो.डॉ. मालविका कांडपाल द्वारा किया गया। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि 2006 में एजुकेशन विभाग गुरु राम राय विश्वविद्यालय में खोला गया| 2017 के बाद यह एक वृक्ष के रूप में अपनी शाखाएं बनाने लगा और यहां से पढ़कर जाने वाले छात्र-छात्राओं ने देश विदेश में अपना विशिष्ट स्थान बनाया|
इस अवसर पर मौजूद पूर्व छात्र-छात्राओं के मनोरंजन के लिए गढ़वाली, पंजाबी, और हिंदी में सांस्कृतिक और रंगारंग कार्यक्रम आयोजित किए गए। आइक्यूएसी निर्देशक प्रोफेसर सुमन बिज और विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर संजय शर्मा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे। गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. नीता कुकरेती ने गढवाली और हिंदी में अपनी स्वरचित कविता का प्रस्तुतीकरण किया। कार्यक्रम में पूर्व छात्र-छात्राओं ने मंच पर आकर अपनें अनुभवों एवम् अपने दैनिक दिनचर्या के बारे में बताया।
इस अवसर पर गुरु राम राय विश्वविद्यालय की आइक्यूएसी निर्देशक प्रोफेसर सुमन बिज ने कहां कि इस प्रकार के सम्मेलन विश्वविद्यालय मैं पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के प्रति विश्वविद्यालय की छवि के महत्व को प्रमोट करते हुए, पूर्व सफल छात्रों से मिलकर ऐसे छात्रों को प्रेरित किया जाता है जो कार्यक्रम का संचालन बीएड प्रथम वर्ष के छात्र चेतन, अंकिता, साक्षी, और मेघा ने किया। इस अवसर पर डॉ बलबीर कौर और डॉ आनंद कुमार के साथ ही पूर्व छात्र सम्मेलन की समन्वयक राखी चौहान भी उपस्थित रही।