देहरादून: शिक्षा के क्षेत्र में एक अहम कदम उठाते हुए, ओएनजीसी सी एस आर, देहरादून और मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन संस्था के संयुक्त प्रयास से आज अम्बावती दून वैली इंटर कॉलेज, पंडितवाड़ी में मुख्य अतिथि श्रीमती सविता कपूर, श्रेत्रीय विधायक के कर कमलों से 200 सेट टेबल और कुर्सियों का उद्दघाटन किया गया। टेबल और कुर्सियों का निर्माण करते हुए उच्च गुणवत्ता का ख्याल रखा गया. यह फर्नीचर प्रदान करने का उद्देश्य विद्यार्थियों को एक आरामदायक और प्रेरणादायक अध्ययन माहौल प्रदान करना था.
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में विधायक महोदया , ओएनजीसी सी एस आर टीम के प्रतिनिधि, स्कूल प्रशासन, शिक्षक गण, मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन संस्था के निदेशक और विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूल में शिक्षा के स्तर को सुधारना और बच्चों को बेहतर सुविधाएँ प्रदान करना था।
मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन संस्था द्वारा पहले विद्यालय का सर्वेक्षण किया गया, जिसके बाद यह पाया गया कि उचित बैठने और लिखने की व्यवस्था का अभाव विद्यार्थियों के शैक्षिक प्रदर्शन और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, यह निर्णय लिया गया कि छात्रों को उच्च गुणवत्ता वाली टेबल और कुर्सियां उपलब्ध कराई जाएं।
ओएनजीसी के इंचार्ज सी एस आर श्री चंदन सुशील जी द्वारा कहा गया कि बच्चों को अब आरामदायक और व्यवस्थित फर्नीचर के साथ पढ़ाई करने का मौका मिलेगा।
सही बैठने की व्यवस्था से शारीरिक समस्याओं, जैसे पीठ दर्द और गलत मुद्रा, से बचाव होगा।
बेहतर सुविधाओं से बच्चों का स्कूल आने का उत्साह और सीखने की प्रेरणा बढ़ेगी।
क्षेत्रीय विधायक श्रीमती सविता कपूर जी द्वारा कहा गया , “यह पहल हमारे स्कूल और बच्चों के लिए वरदान के समान है। अब हमारे विद्यार्थी बेहतर माहौल में शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे। हम ओएनजीसी और मुमकिन है डेवलपमेंट फाउंडेशन के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।”
इस परियोजना की सफलता ने न केवल बच्चों और अभिभावकों का उत्साह बढ़ाया है, बल्कि यह शिक्षा के क्षेत्र में सामुदायिक विकास का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी प्रस्तुत करता है।
कार्यक्रम में क्षेत्रीय विधायक श्रीमती सविता कपूर जी , ओएनजीसी सी एस आर टीम से श्री चंदन सुशील सजान, श्री अरुण जी , संस्था के निदेशक श्री प्रेम चंद पंवार , प्रगति सडाना मौजूद रहे और सभी बच्चों को प्रोत्साहित किया और इस पहल के महत्व को समझाया।