बीसीसीआई ने खिलाड़ियों पर कसी नकेल, 10 सूत्रीय एजेंडे से टीम इंडिया में अनुशासन लाने की कोशिश

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने हाल ही में टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए 10 सूत्रीय एजेंडे को मंजूरी दे दी है। इस फैसले का उद्देश्य टीम में अनुशासन और एकता को बढ़ावा देना है। पिछले कुछ समय से भारतीय टीम के प्रदर्शन में गिरावट के कारण बीसीसीआई आलोचनाओं का सामना कर रहा था। खासकर, ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज में 1-3 की हार ने इस मामले को और गंभीर बना दिया। ऐसे में बोर्ड ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए खिलाड़ियों के लिए सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं।

हालिया समीक्षा बैठक और एजेंडे की पृष्ठभूमि

मुंबई में हुई छह घंटे की बैठक में टीम इंडिया के हालिया प्रदर्शन पर चर्चा की गई। इस बैठक में कप्तान रोहित शर्मा, हेड कोच गौतम गंभीर, चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर, और एक सीनियर खिलाड़ी मौजूद थे। बैठक के दौरान खिलाड़ियों के प्रदर्शन, उनकी तैयारी और टीम की एकता से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया गया।

बैठक में यह स्पष्ट हुआ कि अनुशासन की कमी और व्यक्तिगत प्राथमिकताओं के कारण टीम का प्रदर्शन प्रभावित हो रहा है। इसी के चलते 10 सूत्रीय एजेंडे को तैयार किया गया।

10 सूत्रीय एजेंडा की मुख्य बातें

  1. घरेलू क्रिकेट में भागीदारी अनिवार्य
    अब सभी खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य होगा। यदि कोई खिलाड़ी ऐसा नहीं करता, तो उसे सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।
  2. पारिवारिक सदस्यों का सीमित प्रवास
    विदेशी दौरों के दौरान खिलाड़ियों के पत्नियों और परिवार के सदस्यों को टीम के साथ सिर्फ दो हफ्तों तक ठहरने की अनुमति होगी।
  3. निजी स्टाफ पर प्रतिबंध
    खिलाड़ी अपने साथ निजी ट्रेनर, फिजियो, या किसी अन्य स्टाफ को विदेशी दौरों पर नहीं ले जा सकेंगे। यह नियम कोच और अन्य सपोर्ट स्टाफ पर भी लागू होगा।
  4. विज्ञापन शूटिंग पर रोक
    सीरीज के दौरान खिलाड़ी निजी विज्ञापनों की शूटिंग में हिस्सा नहीं ले पाएंगे।
  5. केंद्रीय अनुबंध में बदलाव
    अगर खिलाड़ी इन निर्देशों का पालन नहीं करते हैं, तो उनकी केंद्रीय अनुबंध रिटेनर फीस में कटौती की जाएगी।
  6. आईपीएल में भागीदारी पर प्रतिबंध
    निर्देशों का उल्लंघन करने पर खिलाड़ियों को इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से भी बाहर किया जा सकता है।
  7. फिटनेस पर सख्ती
    खिलाड़ियों के लिए फिटनेस मानकों को और कड़ा किया जाएगा। उन्हें इन मानकों को पूरा करना अनिवार्य होगा।
  8. नियमित समीक्षा
    खिलाड़ियों के प्रदर्शन और अनुशासन की नियमित समीक्षा की जाएगी।
  9. टीम की एकता पर जोर
    सभी खिलाड़ियों और स्टाफ को टीम की एकता बनाए रखने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
  10. कोच और सपोर्ट स्टाफ के लिए भी दिशा-निर्देश
    कोच और सपोर्ट स्टाफ पर भी इन नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा।

एजेंडे की आवश्यकता

ऑस्ट्रेलिया दौरे में टीम के खराब प्रदर्शन और अनुशासन की कमी के कारण बीसीसीआई पर कड़े कदम उठाने का दबाव था। कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे सीनियर खिलाड़ियों की आलोचना हुई, जबकि हेड कोच गौतम गंभीर और सपोर्ट स्टाफ भी निशाने पर आए। इन नए दिशा-निर्देशों का उद्देश्य खिलाड़ियों को जिम्मेदार बनाना और टीम के प्रदर्शन को बेहतर करना है।

बीसीसीआई का यह कदम निश्चित रूप से टीम इंडिया के भविष्य को प्रभावित करेगा। अब देखना यह होगा कि खिलाड़ी इन नियमों का पालन किस हद तक करते हैं और इसका टीम के प्रदर्शन पर क्या प्रभाव पड़ता है।

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