केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने आज, 25 फरवरी 2025 को कक्षा 10 का सामाजिक विज्ञान का पेपर आयोजित किया। यह परीक्षा सुबह 10:30 बजे शुरू हुई और दोपहर 1:30 बजे समाप्त हुई। भारत में 7,842 परीक्षा केंद्रों और 26 विदेशी स्थलों पर यह परीक्षा संपन्न कराई गई। इस वर्ष भारत और विदेशों में स्थित लगभग 8,000 स्कूलों से कुल 42 लाख विद्यार्थी कक्षा 10 और 12 की बोर्ड परीक्षाओं में शामिल हो रहे हैं।

विद्या ज्ञान स्कूल, सीतापुर की सामाजिक विज्ञान विषय की समन्वयक (कोऑर्डिनेटर) मनीषा पुंडीर ने कहा, “CBSE सामाजिक विज्ञान का सेट 1 पेपर अच्छी तरह संतुलित था। विषयगत (सब्जेक्टिव) प्रश्न अधिकतर सीधे और स्पष्ट थे, जिससे छात्रों को उत्तर देने में आसानी हुई। हालांकि, वस्तुनिष्ठ (ऑब्जेक्टिव) प्रश्नों में कुछ प्रश्नों में विकल्प इतने नजदीकी थे कि सही उत्तर का चयन करने के लिए गहरी वैचारिक समझ आवश्यक थी।”
मानचित्र आधारित (मैप-बेस्ड) खंड में कुछ विशिष्ट अध्यायों पर ध्यान केंद्रित किया गया था, जिससे छात्रों को अपनी तैयारी के अनुसार उत्तर देने में आसानी हुई। इसके अलावा, “केस-आधारित प्रश्न CBSE 2024-25 के सैंपल पेपर के अनुरूप थे, जिससे छात्रों को कोई अप्रत्याशित कठिनाई नहीं हुई,” उन्होंने आगे कहा।
परीक्षा में शामिल अधिकांश छात्रों के अनुसार, पेपर संतुलित था और अच्छी तैयारी करने वाले छात्रों के लिए कठिन नहीं था। परीक्षा विश्लेषकों का मानना है कि जिन छात्रों ने NCERT पुस्तकों और CBSE के सैंपल पेपर का गहन अध्ययन किया था, वे इस परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं।
छात्रों की प्रतिक्रिया:
छात्रों ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी। कुछ छात्रों ने कहा कि पेपर अपेक्षाकृत आसान था, जबकि कुछ ने कहा कि कुछ बहुविकल्पीय प्रश्नों (MCQs) में विकल्प इतने मिलते-जुलते थे कि सही उत्तर तय करने में समय लग गया। कुल मिलाकर, शिक्षकों और छात्रों दोनों का मानना है कि यह एक मध्यम स्तर का पेपर था, जिसमें संतुलित कठिनाई स्तर देखा गया।
CBSE कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान परीक्षा का संक्षिप्त विश्लेषण:
✅ समग्र कठिनाई स्तर – मध्यम
✅ विषयगत प्रश्न – स्पष्ट और सीधे
✅ वस्तुनिष्ठ प्रश्न – वैचारिक समझ की आवश्यकता
✅ मानचित्र आधारित प्रश्न – सीमित अध्यायों पर केंद्रित
✅ केस-आधारित प्रश्न – CBSE सैंपल पेपर के अनुरूप

अब छात्र अपनी अगली परीक्षा की तैयारी में जुट गए हैं, और CBSE कक्षा 10 बोर्ड परीक्षा का अगला महत्वपूर्ण पेपर सभी के लिए अहम रहेगा।