चंद्रशेखर आजाद का एक बयान बहुत वायरल हो गया है, जिससे विवाद छिड़ गया है। अब उन्होंने अपने इस विवादित बयान पर सफाई दी है। चंद्रशेखर आजाद ने कहा था कि महाकुंभ में जाने वाले लोग पाप करने वाले होते हैं। इस पर सफाई देते हुए उन्होंने कहा, “नहीं, मैंने कहा कि जिन्होंने पाप किए हैं, वे गंगा में जाकर अपने पाप धोते हैं। मैंने कभी पाप नहीं किया है। मैं तो हकवंचित समाज को उनके पैरों पर खड़े होने के लिए और उनके साथ हो रहे अन्याय को रोकने के लिए काम कर रहा हूं, तो मुझे पाप धोने की जरूरत नहीं है।”
उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी का स्टैंड स्पष्ट है… हम कर्म में विश्वास करते हैं। जिनकी विचारधारा धार्मिक है, उन्हें परेशानी होती है तो हो। मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं सदगुरु रविदास जी महाराज को मानता हूं, ‘मन चंगा तो कटोती में गंगा, मैं क्यों जाऊं मथुरा-काशी? मैं बेगमपुरा का वासी हूं।’ मेरा मन साफ-सुथरा है तो मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं है। मेरा मन इस देश के प्रति, इसके लोगों के प्रति, गरीबों के प्रति, हर व्यक्ति के सम्मान और उनकी समस्याओं को हल करने के लिए है। बाकी जो भी सोचना है, वो सोचें… मुझे इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं अपनी बात पर अडिग हूं।”
कोरोना में जिनका अंतिम संस्कार नहीं हुआ, उन्हें याद कर लें
जब इतने मंत्री, संत और मुख्यमंत्री तथा प्रधानमंत्री जा रहे हैं, तो क्या वे सब पापी हैं? इस पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “जब वे वहां जा रहे हैं और आपने यह याद दिलाया तो मैं मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री से कहूंगा कि जब वे जाएं तो इलाहाबाद में जो लाशें कोरोना काल में हमने देखीं थीं, उन लोगों के लिए भी प्रार्थना कर आएं, जिनका अंतिम संस्कार नहीं हुआ था। हिंदू धर्म में कहा जाता है कि अग्नि पार्थिव शरीर को मिलनी चाहिए, लेकिन जिनको अग्नि नहीं मिली, उनके लिए भी प्रार्थना कर आएं।”
सरकार को लेकर चंद्रशेखर ने कही ये बात
सरकार के लिए चंद्रशेखर आजाद ने कहा, “उनको मैं कहना चाहता हूं कि जितना पैसा उन्होंने कुंभ में लगाया, अगर वह उतना पैसा इस देश के युवाओं को चिकित्सा, शिक्षा और रोजगार में लगाते, तो बहुत सारे परिवारों के आंसू सुख जाते और बहुत से लोगों को न्याय मिल जाता। लेकिन उसमें तो सरकार फेल दिख रही है। अब यह सरकार इंसानों की रखवाली नहीं कर पा रही है। वह पशु-पक्षियों की क्या रखवाली करेगी। मैं स्पष्ट तौर पर कहना चाहता हूं कि सरकार फेल है और जो मंत्री और सरकार के लोग जा रहे हैं, मैं उन्हें सिर्फ याद दिलाऊंगा कि वे जब जाएं तो मुजफ्फरनगर में जिनकी पीट-पीट कर हत्या कर दी गई, उनके लिए भी प्रार्थना कर लें। वह बच्चा, जिसने संसद के सामने जाकर खुद को न्याय न मिलने पर आग के हवाले कर दिया, उसके लिए भी प्रार्थना कर लें।”
महाकुंभ में निमंत्रण मिलने को लेकर कही ये बात
अगर आपको निमंत्रण मिलेगा तो क्या आप महाकुंभ में जाएंगे? इस पर उन्होंने कहा, “आपने सवाल के बीच में भी कहा कि कई धार्मिक गुरुओं ने भी इस पर टिप्पणी की है। मैं विज्ञानवादी व्यक्ति हूं और मुझे हंसी आती है… मैंने देखा जब हम वर्ल्ड कप खेल रहे थे क्रिकेट का, तो यहां बहुत सारे हवन हुए लेकिन फिर भी हम हार कर आए। मैंने देखा कि एक संत ने कहा कि हम ऐसा हवन करेंगे कि पाकिस्तान नक्शे से बाहर हो जाएगा। तो उनसे कहूंगा कि चीन के लिए भी कर लेना और पाकिस्तान में तो हिंदू भी रहते हैं तो क्या आप उनके जीवन को भी समाप्त करना चाहते हैं, उस देश को नक्शे से हटा कर।”