गुरुवार को सचिवालय में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन की अध्यक्षता में चार धाम यात्रा प्राधिकरण को लेकर एक अहम बैठक आयोजित की गई। बैठक में चारों धामों के तीर्थ पुरोहितों और हक हकूकधारी उपस्थित रहे।
इस बैठक में तीर्थ पुरोहितों ने अपना दृढ़ रुख जाहिर करते हुए कहा कि चारों धामों की आंतरिक पूजा व्यवस्था में किसी भी प्रकार का हस्तक्षेप स्वीकार्य नहीं होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि अनादिकाल से चली आ रही परंपराओं में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए।
पर्यटन सचिव सचिन ने प्राधिकरण के प्रस्तावित प्रारूप से अवगत कराते हुए बताया कि प्राधिकरण तीन स्तरों पर कार्य करेगा। अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने तीर्थ पुरोहितों को आश्वस्त किया कि प्राधिकरण के किसी भी निर्णय से पहले उनकी सहमति और सुझाव महत्वपूर्ण होंगे।
हालांकि, तीर्थ पुरोहितों ने स्पष्ट किया कि सरकार द्वारा किए गए किसी भी प्रयास का गहरा अध्ययन करने के बाद ही वे अपने निर्णय पर पहुंचेंगे। उनका कहना था कि बिना परंपराओं से समझौता किए कोई भी निर्णय लिया जाना चाहिए।