दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के समीकरणों को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP), और कांग्रेस के बीच इस चुनाव में सीधा मुकाबला देखने को मिलेगा। अन्ना आंदोलन के बाद, 2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में अपनी शुरुआत करने वाली आम आदमी पार्टी ने हमेशा दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में शानदार प्रदर्शन किया है। कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां आम आदमी पार्टी को पिछले चुनावों में बड़ी जीत हासिल हुई है और इन्हें आम आदमी पार्टी के गढ़ के रूप में देखा जाता है। बुराड़ी, मटिया महल, सीमापुरी, और ओखला विधानसभा की सीटें इनमें शामिल हैं, जहां AAP ने लगातार जीत दर्ज की है। आइए जानते हैं इन सीटों के इस चुनाव में क्या समीकरण बन रहे हैं।

ओखला विधानसभा सीट:
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली में स्थित ओखला विधानसभा सीट को आम आदमी पार्टी के गढ़ के रूप में माना जाता है। ओखला सीट का गठन 1993 में हुआ था, जब दिल्ली में विधानसभा चुनावों की पुनर्संरचना की गई थी। तब से इस सीट पर विभिन्न राजनीतिक दलों का प्रभाव रहा है, लेकिन पिछले दो चुनावों में आम आदमी पार्टी ने यहां अपनी मजबूत पकड़ बनाई है।

2020 विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के अमानतुल्लाह खान ने 130,367 वोट (66.03%) हासिल किए और भाजपा के ब्रह्म सिंह को हराया। भाजपा के उम्मीदवार को 58,540 वोट मिले थे। इससे पहले 2015 विधानसभा चुनाव में अमानतुल्लाह खान ने कांग्रेस के परवेज हाशमी को हराया था, जो लंबे समय से इस सीट पर विधायक रहे थे। 2013 विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के परवेज हाशमी ने जीत हासिल की थी, लेकिन AAP के उभरने से उनका वोट शेयर घट गया था। इस बार भी आम आदमी पार्टी ने अमानतुल्लाह खान को इस सीट पर उम्मीदवार बनाया है। वहीं, कांग्रेस और बीजेपी की तरफ से उम्मीदवारों के नाम की घोषणा अभी नहीं हुई है। ओखला सीट पर अल्पसंख्यक वोटरों की बहुलता है, जो AAP के पक्ष में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।

बुराड़ी विधानसभा सीट:
बुराड़ी, उत्तरी दिल्ली की एक प्रमुख विधानसभा सीट मानी जाती है। यहां 2013 के बाद से आम आदमी पार्टी को लगातार शानदार जीत मिलती रही है। इस सीट पर आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता संजीव झा का दबदबा रहा है। संजीव झा को आम आदमी पार्टी का एक प्रमुख पूर्वांचली चेहरा माना जाता है। बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र में बुराड़ी, कादीपुर, इब्राहिमपुर, मुखमेलपुर, नंगली पूना, झरोड़ा, जगतपुर जैसे कई गांव शामिल हैं।

2008 के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट पर जीत दर्ज की थी, लेकिन 2013 में आम आदमी पार्टी के संजीव झा ने पहली बार जीत हासिल की। इसके बाद, 2015 में संजीव झा ने अपनी जीत को दोहराया और 2020 में उन्होंने जनता दल (यूनाइटेड) के शैलेंद्र कुमार को हराकर तीसरी बार जीत प्राप्त की। बुराड़ी विधानसभा क्षेत्र में आम आदमी पार्टी का प्रभाव लगातार बढ़ता गया है और इस बार भी यह सीट AAP के लिए एक मजबूत आधार साबित हो सकती है।

इन दो सीटों के अलावा, मटिया महल और सीमापुरी जैसी सीटों पर भी आम आदमी पार्टी की जीत को लेकर चर्चा चल रही है। कुल मिलाकर, दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में आम आदमी पार्टी की रणनीति और प्रदर्शन इन सीटों पर महत्वपूर्ण असर डाल सकते हैं।

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