दिल्ली में बुधवार को ठंड का 14 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। दिसंबर की शुरुआत में न्यूनतम तापमान पहली बार 14 वर्षों में 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में इस सर्दी के मौसम का अब तक का सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इससे पहले मंगलवार को न्यूनतम तापमान 8 डिग्री सेल्सियस था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली एनसीआर में अगले दो दिनों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है। 12 और 13 दिसंबर को तेज ठंड पड़ने, यानी शीतलहर की स्थिति बनने की संभावना है। बुधवार रात को तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.7 डिग्री कम था। आंकड़ों के अनुसार, दिसंबर माह के शुरुआती दिनों के दौरान सबसे कम न्यूनतम तापमान 6 दिसंबर 1987 को 4.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। आईएमडी ने अगले दो दिनों तक इसी तरह की शीत लहर की स्थिति की चेतावनी देते हुए येलो अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी के अनुसार, दिल्ली की सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है, जो इस सर्दी का सबसे कम तापमान है। पिछले साल भी 15 दिसंबर को न्यूनतम तापमान 4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। सबसे कम न्यूनतम तापमान 27 दिसंबर 1930 को 0 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया था।
आंकड़ों के अनुसार दिसंबर 2023 और 2022 में शीत लहर के दिन नहीं थे, लेकिन नवंबर 2020 में शीत लहर की स्थिति देखी गई थी और न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था। शीत लहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान सामान्य दिन के तापमान से 4.5 से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जाता है। यदि तापमान में गिरावट 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक होती है, तो इसे “गंभीर शीतलहर” कहा जाता है।
आईएमडी ने बताया है कि तापमान में मौजूदा तेज गिरावट का कारण उत्तर-पश्चिम से 8 से 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहीं सतही हवाएं हैं। महत्वपूर्ण पश्चिमी विक्षोभ न होने और दिन के दौरान तेज सतही हवाएं (10 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे) के कारण अगले तीन से चार दिनों तक न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री सेल्सियस के दायरे में रहने की संभावना है। दिल्ली में 11 से 13 दिसंबर के बीच शीत लहर की स्थिति बनी रहने की संभावना है।