एजबेस्टन का किला आखिरकार ढह गया। भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को इतिहास रचते हुए इंग्लैंड को उसी की सरजमीं पर 336 रनों के भारी अंतर से मात दी। यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं थी, बल्कि वर्षों से चले आ रहे सूखे का अंत था। इससे पहले भारत ने इस मैदान पर आठ बार इंग्लैंड का सामना किया था, जिसमें उसे सात बार हार का सामना करना पड़ा और एक मैच ड्रॉ रहा। लेकिन शुभमन गिल की कप्तानी में टीम इंडिया ने वह कर दिखाया जो भारतीय क्रिकेट इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ था।

शानदार जीत और रिकॉर्डों की बारिश

इस जीत के साथ भारत ने न सिर्फ इंग्लैंड के खिलाफ उसकी ही धरती पर सबसे बड़ी जीत हासिल की, बल्कि कुछ ऐसे रिकॉर्ड भी तोड़े जो दशकों से अटूट थे। इस मैच में टीम इंडिया के प्रदर्शन ने “बाज़बॉल” की पूरी रणनीति को ध्वस्त कर दिया। इंग्लैंड की नई आक्रामक टेस्ट शैली इस बार बिल्कुल बेअसर साबित हुई। गेंद और बल्ले दोनों से भारत का दबदबा ऐसा था कि इंग्लैंड के पास वापसी का कोई रास्ता नहीं बचा।

1. शुभमन गिल: एजबेस्टन में जीत दर्ज करने वाले पहले एशियाई कप्तान

शुभमन गिल ने कप्तान के रूप में यह टेस्ट जीतकर इतिहास रच दिया। वे एजबेस्टन में टेस्ट जीतने वाले पहले भारतीय और पहले एशियाई कप्तान बन गए हैं। उनसे पहले मंसूर अली खान पटौदी, अजित वाडेकर, श्रीनिवास वेंकटराघवन, कपिल देव, मोहम्मद अजहरुद्दीन, एमएस धोनी, विराट कोहली और जसप्रीत बुमराह जैसे दिग्गज कप्तान इस मैदान पर जीत दर्ज नहीं कर पाए थे। गिल का यह कारनामा भारतीय क्रिकेट में मील का पत्थर बन गया है।

2. एशिया के पहले बल्लेबाज़ बने, जिन्होंने इंग्लैंड में दोहरा शतक जड़ा

शुभमन गिल ने बल्ले से भी कमाल दिखाया। उन्होंने इंग्लैंड में दोहरा शतक जड़कर नया इतिहास रच दिया। वे इंग्लैंड की सरजमीं पर दोहरा शतक लगाने वाले पहले एशियाई बल्लेबाज़ बन गए हैं। इससे पहले किसी भी एशियाई बल्लेबाज़ ने यह कारनामा नहीं किया था। गिल की यह पारी न सिर्फ तकनीकी दृष्टि से शानदार थी, बल्कि मानसिक दृढ़ता और रणनीतिक धैर्य की भी मिसाल थी।

3. आकाश दीप: इंग्लैंड में टेस्ट में भारत की ओर से सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी आंकड़े

तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप ने इस मैच में इंग्लैंड की दूसरी पारी में छह विकेट लेकर उनकी रीढ़ तोड़ दी। उन्होंने पूरे मैच में कुल 10 विकेट लेकर एक और ऐतिहासिक उपलब्धि अपने नाम की। आकाश दीप ने इंग्लैंड में भारत की ओर से टेस्ट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी का रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने 10 विकेट मात्र 187 रन देकर झटके, जबकि इससे पहले यह रिकॉर्ड चेतन शर्मा के नाम था जिन्होंने 1986 में बर्मिंघम में 10 विकेट लेकर 188 रन दिए थे। आकाश दीप ने यह रिकॉर्ड सिर्फ एक रन कम देकर तोड़ दिया और अपनी उपयोगिता साबित की।

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