सोने की कीमतों ने बजट के दिन नई ऊचाइयों को छू लिया है और पुराने रिकॉर्डों को तोड़ते हुए जबरदस्त वृद्धि दर्ज की है। इस बार बजट 2025-26 के पेश होने से पहले सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला। शनिवार को MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर सोने का भाव 82,600 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया, जो कि अब तक का सबसे उच्चतम स्तर था।
इसके अलावा, घरेलू बाजार में भी सोने के दाम आसमान छूते दिखे। 31 जनवरी को 10 ग्राम 24 कैरेट सोने की कीमत 82,090 रुपये दर्ज की गई, जबकि 22 कैरेट सोने की कीमत 80,120 रुपये और 20 कैरेट सोने की कीमत 73,060 रुपये प्रति 10 ग्राम रही। इन कीमतों में लगातार तेजी के कारण आम नागरिक और निवेशक दोनों ही हैरान हैं।
सोने के दाम में यह तेजी विशेष रूप से तब आई है जब पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतें स्थिर थीं। 2024 के बजट में सरकार ने सोने पर कस्टम ड्यूटी में कटौती की घोषणा की थी, जिससे सोने के भाव में मामूली गिरावट देखी गई थी। लेकिन इस साल बजट के आसपास सोने की कीमतों में जबरदस्त वृद्धि देखने को मिली है।
इस बदलाव के साथ, 1 फरवरी को कई शहरों में 10 ग्राम सोने की कीमत 84,000 रुपए तक पहुँच गई। यह सोने की कीमतों में एक अहम परिवर्तन दर्शाता है, जो आम जनता और निवेशकों के लिए चिंता का विषय हो सकता है। खासकर उन लोगों के लिए जो शादी या अन्य अवसरों पर सोने की खरीदारी करने की योजना बना रहे थे।
सोने की कीमतों में यह बदलाव वित्तीय जगत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह बाजार में निवेश और मांग के रुझान को प्रभावित कर सकता है। कई लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं, विशेषकर तब जब बाजार में अस्थिरता हो। इस तेजी से ये भी साफ होता है कि सोने की मांग में भारी वृद्धि हुई है और यह आगामी दिनों में और अधिक बढ़ सकती है।
बता दें कि 2024-25 के बजट से पहले सोने की कीमतों में गिरावट आई थी जब वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने घोषणा की थी कि सोने पर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 15 से 6 प्रतिशत कर दिया जाएगा। उस समय सोने की कीमतों में 4,000 रुपये प्रति ग्राम तक की गिरावट देखी गई थी, जो निवेशकों के लिए एक राहत की बात थी।
हालांकि, इस बार सोने की कीमतों में तेजी ने नई चिंता को जन्म दिया है, क्योंकि यह संकेत देता है कि भविष्य में सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है। सोने के निवेशकों के लिए यह समय महत्वपूर्ण है क्योंकि वे अपने निवेश की रणनीति पर पुनः विचार कर सकते हैं।
यह देखा जाएगा कि इस तेजी का बाजार पर क्या असर पड़ेगा और आने वाले दिनों में सोने की कीमतें किस दिशा में बढ़ेंगी या घटेंगी। अब तक की स्थिति को देखते हुए यह कहना मुश्किल है कि सोने के दाम स्थिर रहेंगे या और ज्यादा बढ़ेंगे।