गर्मियों के मौसम में जब हर कोई चाहता है कि उसके घर का आंगन या बालकनी रंग-बिरंगे फूलों से सजी रहे, तब गुड़हल का पौधा सबसे लोकप्रिय विकल्प बन जाता है। इसके बड़े, चमकदार और सुंदर लाल, पीले या गुलाबी फूल किसी भी स्थान की शोभा बढ़ा देते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि लोग गुड़हल का पौधा तो घर ले आते हैं, लेकिन उसमें फूल नहीं आते, पत्ते मुरझा जाते हैं या पौधा धीरे-धीरे सूखने लगता है। यह समस्या आम है, और इसका कारण अक्सर कीड़ों का हमला होता है।
अगर आपके गुड़हल के पौधे में फूल नहीं आ रहे हैं और उसकी पत्तियां पीली पड़ रही हैं या मुरझा रही हैं, तो इसका मतलब है कि उसमें कीड़ों का प्रकोप हो चुका है। ये कीड़े पौधे की जड़ों से लेकर पत्तियों तक उसकी पोषण प्रणाली को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे उसकी ग्रोथ रुक जाती है और फूल आना बंद हो जाता है। हालांकि, इस समस्या से निपटने के लिए आपको महंगे कीटनाशकों की जरूरत नहीं है। इसका इलाज आपकी रसोई या बाथरूम में ही मौजूद है — सफेद डिटर्जेंट पाउडर।
कैसे करें इसका इस्तेमाल?

- स्प्रे तैयार करें:
 एक स्प्रे बोतल लें और उसमें लगभग आधा चम्मच सफेद डिटर्जेंट पाउडर (जो आप कपड़े धोने में इस्तेमाल करते हैं) डालें। अब उसमें 1 लीटर पानी मिलाएं और अच्छी तरह हिलाकर घोल तैयार कर लें।
- कीड़ों पर करें फोकस स्प्रे:
 इस मिश्रण को पौधे की उन जगहों पर स्प्रे करें जहां कीड़े या उनका असर दिखाई दे रहा हो, जैसे पत्तियों के नीचे या तनों पर। ध्यान रखें कि यह घोल मिट्टी में न जाए, क्योंकि डिटर्जेंट से मिट्टी की गुणवत्ता पर असर पड़ सकता है।
- समय और सावधानी:
 यह स्प्रे सुबह या शाम के समय करें जब धूप कम हो। तेज धूप में स्प्रे करने से पत्तियां झुलस सकती हैं।
- दोहराएं प्रक्रिया:
 हर 4-5 दिन में यह प्रक्रिया दोहराएं जब तक कीड़े पूरी तरह खत्म न हो जाएं। कुछ ही समय में आप देखेंगे कि पौधे की पत्तियां हरी-भरी हो रही हैं और उसमें नए फूल आने लगे हैं।
अन्य जरूरी देखभाल टिप्स:
- धूप का ध्यान रखें: गुड़हल के पौधे को सुबह की धूप और दोपहर की छांव मिलनी चाहिए।
- सिंचाई: ज़रूरत से ज्यादा पानी न दें। मिट्टी में नमी बनाए रखें, लेकिन जलभराव न हो।
- उर्वरक: महीने में एक बार गोबर की खाद या घर का ऑर्गेनिक कम्पोस्ट डालें।

इस आसान घरेलू उपाय से न सिर्फ आपके गुड़हल का पौधा दोबारा हरा-भरा हो जाएगा, बल्कि फूलों की बहार भी लौट आएगी। बिना किसी केमिकल और खर्च के, आप अपने पौधे को नया जीवन दे सकते हैं।
 
              
