कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने महाकुंभ में डुबकी लगाने को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने विरोध जताया है। खरगे ने सोमवार को कहा, “क्या गंगा में डुबकी लगाने से गरीबी समाप्त हो जाती है?” उनका यह बयान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा प्रयागराज के त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाने के बाद आया। खरगे ने आरोप लगाया कि BJP के नेता केवल कैमरे के सामने डुबकी लगाने के लिए इसे दिखावा बना रहे हैं।
BJP ने खरगे के बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि क्या वह किसी और धर्म के बारे में ऐसा बयान दे सकते थे? BJP प्रवक्ता संबित पात्रा ने इसे सनातन धर्म के खिलाफ बयान करार दिया और कहा कि कांग्रेस को इस पर सफाई देनी चाहिए। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि यह वही खरगे हैं जिन्होंने एक बार सनातन धर्म को खत्म करने की धमकी दी थी।
खरगे ने अपनी टिप्पणी के दौरान कहा कि वह किसी की आस्था पर सवाल नहीं उठा रहे हैं और यदि किसी को उनके शब्दों से ठेस पहुंची हो, तो वह माफी मांगते हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि जब देश में कई लोग भूख से तड़प रहे हैं और बच्चों को शिक्षा नहीं मिल रही, तो क्या इन परिस्थितियों में महाकुंभ में डुबकी लगाना उचित है?
कांग्रेस प्रमुख ने आगे कहा कि धर्म के नाम पर गरीबों का शोषण नहीं होना चाहिए और यह जरूरी है कि नेता जनता की असल समस्याओं पर ध्यान दें। उन्होंने यह भी कहा कि हर किसी की अपनी आस्था होती है, लेकिन किसी को धर्म के नाम पर धोखा देना गलत है।
यह बयान उस समय आया जब गृह मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में डुबकी लगाई थी। शाह ने कुछ संतों के साथ संगम में डुबकी लगाई और इस अवसर पर धार्मिक शख्सियतों से भी मुलाकात की थी।