आज का त्योहार – फुलेरा दूज, रमजान की शुरुआत और रामकृष्ण जयंती
आज का दिन बेहद खास है क्योंकि आज, 1 मार्च 2025, तीन महत्वपूर्ण पर्व एक साथ आ रहे हैं – फुलेरा दूज, रमजान की शुरुआत और रामकृष्ण जयंती। आइए जानते हैं इन त्योहारों का महत्व और उनसे जुड़ी खास परंपराएं।

फुलेरा दूज का महत्व
सबसे पहले बात करते हैं फुलेरा दूज की, जिसे शुभ कार्यों के लिए अबूझ मुहूर्त माना जाता है। यह दिन भगवान श्रीकृष्ण और राधा रानी के प्रेम का प्रतीक है। मथुरा-वृंदावन में इस दिन फूलों की होली खेली जाती है, और भक्त प्रेम रस में डूब जाते हैं।
फुलेरा दूज का दिन बहुत शुभ होता है। इस दिन बिना किसी पंचांग या मुहूर्त देखे विवाह और अन्य शुभ कार्य किए जा सकते हैं।

रमजान की शुरुआत
आज से इस्लाम धर्म का पवित्र महीना रमजान भी शुरू हो रहा है। यह महीना संयम, उपवास और इबादत का समय होता है। रोज़ेदार सहरी से लेकर इफ्तार तक उपवास रखते हैं और खुदा की इबादत करते हैं।”
रमजान हमें धैर्य, सेवा और इबादत की सीख देता है। इस महीने में ज्यादा से ज्यादा नेक काम करने और गरीबों की मदद करने का महत्व बताया गया है।
रामकृष्ण जयंती
आज का तीसरा महत्वपूर्ण पर्व है रामकृष्ण जयंती। संत रामकृष्ण परमहंस ने समाज को सच्ची भक्ति और प्रेम का मार्ग दिखाया। उनका जीवन आध्यात्मिकता और ज्ञान का एक आदर्श उदाहरण है।
रामकृष्ण परमहंस जी ने सभी धर्मों को एक समान माना और हमें प्रेम, भक्ति और ज्ञान का संदेश दिया। आज उनके विचारों को अपनाने की जरूरत है।
समापन
तो दोस्तों, आज का दिन वाकई खास है – फुलेरा दूज के शुभ मुहूर्त में प्रेम और आनंद, रमजान में इबादत और सेवा, और रामकृष्ण जयंती पर ज्ञान और भक्ति का संदेश। आप भी इन त्योहारों को अपने तरीके से मनाएं और जीवन में खुशियां फैलाएं।”