प्रवासी भारतीयों की कहानी
यह कहानी एक छोटे से गाँव के एक लड़के की है, जिसका नाम था अर्जुन। अर्जुन का सपना था कि वह बड़ा आदमी बने और अपने गाँव का नाम रोशन करे। लेकिन, जैसा कि अक्सर होता है, जीवन में उसे कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उसके परिवार के पास ज्यादा पैसे नहीं थे, और गाँव में अच्छे अवसर नहीं थे। फिर भी, अर्जुन के मन में एक सपना था—“मैं विदेश जाकर कुछ बड़ा करूंगा और अपने देश का नाम रोशन करूंगा।”
जब उसने पहली बार अपने गाँव लौटने का मन बनाया, तो उसे यह महसूस हुआ कि वह अब बहुत कुछ बदल चुका था। उसने गाँव के बच्चों को यह बताया कि शिक्षा और मेहनत से किसी भी मुश्किल को पार किया जा सकता है। उसने अपने गाँव में कई विकास परियोजनाएं शुरू की, जैसे कि स्कूल, अस्पताल, और जल प्रबंधन प्रणालियाँ।
अर्जुन ने कठिन मेहनत की और एक दिन उसे विदेश जाने का मौका मिला। वह एक छोटे से काम से शुरुआत करने गया, लेकिन उसकी मेहनत, ईमानदारी, और निष्ठा ने उसे जल्दी सफलता दिलाई। वह एक बड़े कंपनी का हिस्सा बन गया। अर्जुन का जीवन धीरे-धीरे बदलने लगा।
अर्जुन की सफलता से प्रेरित होकर, गाँव के कई युवा विदेश जाने और अपने सपनों को पूरा करने का सपना देखने लगे। अर्जुन ने यह समझा कि चाहे हम कहीं भी रहें, हमारा दिल हमेशा अपने देश और अपने लोगों के साथ रहता है। वह जानता था कि प्रवासी भारतीयों की ताकत केवल उनके काम में नहीं, बल्कि उनके दिलों में भी है। उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी यह साबित किया कि प्रवासी भारतीय न सिर्फ अपने देश का नाम रोशन करते हैं, बल्कि दुनिया भर में भारतीय संस्कृति और मूल्यों का प्रचार भी करते हैं।
अर्जुन की कहानी यह दिखाती है कि दुनिया में कहीं भी रहने वाला एक भारतीय अपनी मेहनत, संस्कृति, और मूल्यों से अपनी पहचान बना सकता है। प्रवासी भारतीयों ने हमेशा अपने देश को गर्वित किया है, और यही उनके दिलों का सच है—जहाँ भी जाएं, अपने देश और समाज को हमेशा ऊँचा बनाना।
प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिन 2003 में भारत सरकार द्वारा पहली बार मनाया गया था। इस दिन को इसलिए चुना गया क्योंकि 9 जनवरी 1915 को महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे। महात्मा गांधी का यह लौटना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ था, और इसे प्रवासी भारतीयों के योगदान और उनके राष्ट्रीय संघर्ष के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
प्रवासी भारतीय दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में फैले भारतीयों के योगदान को सम्मानित करना और उनके साथ संबंधों को मजबूत बनाना है। यह दिन प्रवासी भारतीयों को उनके संघर्ष, सफलता और उनके योगदान के लिए सम्मानित करने का एक विशेष अवसर प्रदान करता है।