आज, यानी 27 मार्च को भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली है। बीते कुछ दिनों की गिरावट के बाद आज सेंसेक्स में 300 अंक की बढ़त हुई, और यह 77,600 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, निफ्टी में भी 100 अंक की तेजी आई है, और यह 23,600 के स्तर पर पहुंच चुका है। हालांकि, BSE के 30 प्रमुख शेयरों में से 22 में गिरावट देखने को मिली, जबकि 8 शेयरों में तेजी रही। इस दौरान लार्सन एंड टुब्रो (L&T) और ICICI बैंक के शेयरों में तेजी आई, जबकि टाटा मोटर्स और सन फार्मा के शेयरों में गिरावट आई।

निफ्टी के 50 शेयरों में से 33 में गिरावट आई, जिससे यह संकेत मिलता है कि बाजार में एक असमान रुझान है। इस बीच, कुछ सेक्टोरल इंडेक्स में भी विभिन्न रुझान दिखे। जहां ऑटो सेक्टर में 1.20% की गिरावट देखी गई, वहीं सरकारी बैंक सेक्टर में 1% की तेजी रही। इस गिरावट का प्रमुख कारण अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का विदेशों से आयात होने वाली कारों पर 25% टैरिफ लगाने का निर्णय माना जा रहा है, जिसका असर भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर पर पड़ा है।

ट्रंप का 25% टैरिफ: ऑटो सेक्टर पर असर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने विदेशों से आयात होने वाली कारों पर 25% टैरिफ लगाने की बात कही। इस घोषणा का भारतीय ऑटो सेक्टर पर प्रत्यक्ष असर पड़ा है। खासकर, टाटा मोटर्स जैसे बड़े ऑटोमोबाइल निर्माताओं के शेयरों में भारी गिरावट आई। टाटा मोटर्स के शेयर में करीब 6% की गिरावट दर्ज की गई, जो कि इस टैरिफ की घोषणा का एक प्रमुख प्रभाव था। ट्रंप के इस कदम से भारत में कार निर्माण करने वाली कंपनियों के लिए संकट बढ़ सकता है, क्योंकि इससे उनकी उत्पादन लागत में वृद्धि हो सकती है, और उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्रतिस्पर्धा में कठिनाई हो सकती है।

ग्लोबल मार्केट का रुख

वैश्विक बाजारों में भी मिश्रित रुझान देखने को मिला। एशियाई बाजारों में जापान का निक्केई इंडेक्स 0.93% गिरा, जबकि चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.54% की तेजी देखने को मिली। इसी तरह, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग इंडेक्स 1.41% बढ़ा। अमेरिकी शेयर बाजार में भी गिरावट आई, जहां डाओ जोंस 0.31% नीचे 42,454 पर बंद हुआ। वहीं, नैस्डेक कंपोजिट 2.04% और S&P 500 इंडेक्स 1.12% नीचे बंद हुआ।

FII की खरीदारी और DII की बिक्री

भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों (FII) ने 26 मार्च को 2,240.55 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू निवेशकों (DII) ने 696.37 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। इससे यह स्पष्ट है कि विदेशी निवेशक भारतीय शेयर बाजार में सकारात्मक रुझान देख रहे हैं, जबकि घरेलू निवेशक थोड़ा सतर्क नजर आ रहे हैं। हालांकि, FII की खरीदारी का असर सकारात्मक रूप से बाजार पर पड़ा है, जिससे आज सेंसेक्स में बढ़त देखने को मिली।

बुधवार (26 मार्च) का बाजार रुझान

गुरुवार को मिली तेजी के बावजूद, बुधवार (26 मार्च) को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स 728 अंक गिरकर 77,288 पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 181 अंक गिरकर 23,486 पर बंद हुआ था। इस गिरावट का कारण मुख्य रूप से बाजार में बढ़ती अनिश्चितता और वैश्विक बाजारों में मंदी थी। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 26 में गिरावट आई थी, जबकि केवल 4 में तेजी रही। इंडसइंड बैंक के शेयर में 3.36% की बढ़त आई, जबकि NTPC और जोमैटो के शेयर 2.5% तक गिर गए थे।

निफ्टी के 50 शेयरों में से 40 शेयर गिरावट के साथ बंद हुए, जबकि केवल 10 शेयरों में तेजी आई थी। इस दौरान, बाजार की गिरावट को लेकर निवेशकों के बीच चिंताएं बनी रही, लेकिन गुरुवार को सेंसेक्स और निफ्टी में जो तेजी आई, उससे निवेशकों को राहत मिली।

बाजार में आगे क्या हो सकता है?

भारतीय शेयर बाजार में अब भी कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। विशेष रूप से, अमेरिकी ट्रंप सरकार द्वारा विदेशों से आयात होने वाली कारों पर टैरिफ लगाने के बाद भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनियों पर दबाव बढ़ सकता है। इसके साथ ही, विदेशी निवेशकों का रुझान भी भारतीय बाजार के लिए सकारात्मक साबित हो सकता है, जो बाजार को आगे बढ़ाने में मदद कर सकता है। हालांकि, घरेलू निवेशकों का सतर्क रुख बाजार में असमंजस का कारण हो सकता है।

अगर वैश्विक बाजारों में गिरावट जारी रहती है, तो भारतीय शेयर बाजार भी उस असर से बच नहीं सकता। निवेशकों को इस समय सतर्क रहकर निवेश करना चाहिए और विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जहां दीर्घकालिक लाभ की संभावना हो।

निष्कर्ष:

आज भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली, जहां सेंसेक्स ने 300 अंक ऊपर चढ़कर 77,600 पर कारोबार किया। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा विदेशों से आयात होने वाली कारों पर 25% टैरिफ लगाए जाने के कारण भारतीय ऑटोमोबाइल सेक्टर पर दबाव बना है, खासकर टाटा मोटर्स के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। विदेशी निवेशकों ने 2,240.55 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जबकि घरेलू निवेशकों ने 696.37 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। बुधवार को बाजार में भारी गिरावट आई थी, लेकिन गुरुवार को बाजार ने इस गिरावट को संभालते हुए तेजी दिखाई है।

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