जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल पहलगाम के बैसारन घाटी में रविवार को हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया। इस हमले में एक पर्यटक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद से घाटी में सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया गया है और इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।

बैसारन घाटी, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है, पहलगाम से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और वहां केवल पैदल या घोड़े पर ही पहुंचा जा सकता है। घटना के समय कई पर्यटक वहां मौजूद थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अचानक गोलियों की आवाज़ें गूंजने लगीं और वहां अफरा-तफरी मच गई। हमलावर सेना की वर्दी में थे, जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि यह हमला सुनियोजित और लक्षित था।
जैसे ही घटना की जानकारी मिली, सुरक्षा बल और चिकित्सा टीमें मौके पर पहुंचीं और घायलों को एयरलिफ्ट कर श्रीनगर के अस्पतालों में भर्ती कराया गया। मृतक पर्यटक की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी राजेश कुमार के रूप में हुई है, जो अपने परिवार के साथ छुट्टियां मनाने आए थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से फोन पर बातचीत की और उन्हें तुरंत मौके पर जाकर हालात का जायजा लेने और उचित कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके बाद अमित शाह ने दिल्ली स्थित अपने निवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई जिसमें खुफिया ब्यूरो प्रमुख तपन डेका, गृह सचिव गोविंद मोहन, सीआरपीएफ प्रमुख ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह और जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात शामिल हुए। सेना के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बैठक में भाग लिया।
गृह मंत्री शाह ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से भी बातचीत की और राज्य प्रशासन से पूरी रिपोर्ट मांगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और इस हमले के पीछे जो भी संगठन या तत्व शामिल हैं, उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस हमले के बाद से स्थानीय लोगों और पर्यटकों में भय का माहौल है। केंद्र सरकार ने सुरक्षा एजेंसियों को राज्य में तैनात सभी संवेदनशील इलाकों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सेना के संयुक्त अभियान से इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों की तलाश जारी है।