पर्यटन नगरी मसूरी ऐसा स्थान है जहां प्रकृति ने अपनी सुंदरता को जमकर बिखेरा है यहीं कारण है कि मसूरी विश्व के अन्य पर्यटक स्थलों से अलग है प्राकृतिक साैंदर्य के साथ ही यहां पर शीतकाल में दिखने वाली विंटर लाइन का दृश्य भला किस प्रकृति प्रेमी को आकर्षित नहीं करेगा
मसूरी के प्राकृतिक सौदर्य को चार चांद लगाने में शीतकाल में उभरने वाली विंटर लाइन है जो कि विश्व में केवल मसूरी और स्विटजर लैड से दिखाई देती है आसमान में खिंची सुर्ख लाल रंग की यह रेखा देश विदेश के पर्यटकों को आकर्षित करती है यह कुदरत का अदभुत उपहार मसूरी के लिए है
देहरादून के उपर दिखने वाली सीधी लाल सुर्ख रंग की रेखा को ही विंटर लाइन कहते हैं यह प्रकृति की विशेष घटना है जिसके तहत पश्चिम दिशा में जब सूर्य अस्त होता है तो सूर्य की लालिमा एक लाल रंग की सीधी क्षैतिज रेखा के रूप में नजर आती है इसका सबसे अधिक मनोहारी दृश्य नवंबर माह में होता है
मसूरी से 200 किमी से अधिक खुला क्षेत्र दिखाई देता है इतनी दूरी के कारण ही विंटर लाइन बनती है इसकी उंचाई भी समुद्र तल से 2000 फीट आंकी गई है
इतिहासकार गोपाल द्वारा भारद्वाज बताते हैं कि विंटर लाइन को देखने के लिए देश-विदेश के पर्यटक आते हैं लेकिन इसके प्रचार प्रसार की कमी के कारण आम लोगों तक इसकी जानकारी और महत्वता नहीं पहुंच पाती है
वरिष्ठ नागरिक विजेंद्र पुण्डीर नहीं बताया कि स्विट्जरलैंड और मसूरी से ही विंटर लाइन का नजारा देखा जा सकता है और यह प्रकृति का अनोखा नजारा है