ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने क्रिकेट की दुनिया में एक और बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। वह इंटरनेशनल क्रिकेट में 700 विकेट चटकाने वाले ऑस्ट्रेलिया के चौथे गेंदबाज बन गए हैं, और इस शानदार मुकाम तक पहुंचने के बाद वह शेन वॉर्न, ग्लेन मैकग्रा और ब्रेट ली जैसे दिग्गजों की प्रतिष्ठित लिस्ट में शामिल हो गए हैं।
मिचेल स्टार्क ने यह रिकॉर्ड श्रीलंका के खिलाफ एक विकेट लेने के साथ पूरा किया, और इसके साथ ही वह उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने इस उच्चतम स्तर पर इतनी बड़ी सफलता प्राप्त की है। इस उपलब्धि से पहले, ऑस्ट्रेलिया की तरफ से इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे अधिक विकेट लेने का रिकॉर्ड शेन वॉर्न के नाम था, जिन्होंने अपने करियर के दौरान 999 विकेट चटकाए। वॉर्न का यह रिकॉर्ड आज भी क्रिकेट जगत में सबसे बड़ा माना जाता है। इसके बाद दूसरे स्थान पर ग्लेन मैकग्रा का नाम आता है, जिन्होंने 948 विकेट लिए। तीसरे स्थान पर ब्रेट ली हैं, जिन्होंने अपने करियर में 718 विकेट हासिल किए। अब मिचेल स्टार्क 700 विकेट के साथ इस ऐतिहासिक क्लब का हिस्सा बन गए हैं।
मिचेल स्टार्क की सफलता केवल उनके प्रदर्शन का नतीजा नहीं, बल्कि उनकी निरंतर मेहनत, प्रतिबद्धता और खेल के प्रति समर्पण का प्रतीक भी है। उनका क्रिकेट करियर कई महत्वपूर्ण मोड़ पर हाइलाइट रहा है। तेज गति और सटीकता के लिए प्रसिद्ध स्टार्क ने ऑस्ट्रेलिया के लिए कई अहम मौकों पर मैच जीतने वाले विकेट लिए हैं। उनकी बॉलिंग की गति और लाइन-लेंथ पर नियंत्रण हमेशा से ही उनकी खासियत रही है, जिससे वह विपक्षी बल्लेबाजों के लिए एक गंभीर चुनौती बन गए हैं।
मिचेल स्टार्क का करियर उनके शानदार गेंदबाजी रिकॉर्ड के अलावा कई ऐतिहासिक क्षणों से भरा पड़ा है। उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय मैचों में ऑस्ट्रेलिया के लिए महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और कई बार टीम को संकट से बाहर निकाला। उनकी गेंदबाजी में तेज गति, स्विंग और कटर का बेहतरीन संयोजन होता है, जो उन्हें विपक्षी बल्लेबाजों के लिए कठिन बना देता है।
अगर हम ऑस्ट्रेलिया के अन्य प्रमुख गेंदबाजों की बात करें तो मिचेल जॉनसन का नाम भी इस सूची में शामिल है। जॉनसन ने 590 विकेट हासिल किए हैं और वह ऑस्ट्रेलिया के बेहतरीन तेज गेंदबाजों में गिने जाते हैं। हालांकि, मिचेल स्टार्क ने जॉनसन को पीछे छोड़ते हुए 700 विकेट का आंकड़ा छुआ है, और अब वह इस क्लब का हिस्सा बन चुके हैं, जिसमें केवल सबसे बड़े और दिग्गज गेंदबाज शामिल हैं।
स्टार्क के 700 विकेटों का यह आंकड़ा उनके करियर की निरंतर सफलता का प्रतीक है। उनका योगदान सिर्फ विकेटों तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी आक्रमण में प्रमुख भूमिका निभाई है, चाहे वह टेस्ट क्रिकेट हो, वनडे या फिर टी20, स्टार्क ने हर फॉर्मेट में अपनी ताकत साबित की है।
यह उपलब्धि न केवल मिचेल स्टार्क के लिए, बल्कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण है, क्योंकि वह उन कुछ खिलाड़ियों में से एक बन गए हैं जिन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में इस उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन किया है। आने वाले वर्षों में, यह देखा जाएगा कि मिचेल स्टार्क इस उपलब्धि के बाद और कितने विकेट हासिल कर सकते हैं और क्या वह शेन वॉर्न और ग्लेन मैकग्रा के रिकॉर्ड को चुनौती दे सकते हैं।