होली का त्योहार आते ही बाजारों में मिठाइयों की मांग बढ़ जाती है। लोग अपने घरों के लिए मिठाइयां खरीदते हैं और एक-दूसरे को उपहार में भी देते हैं। खासतौर पर खोया से बनी मिठाइयों की खपत इस समय बहुत अधिक होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जो मिठाई आप और आपके परिवार के सदस्य बड़े चाव से खाते हैं, वह कितनी सुरक्षित है? त्योहारों के सीजन में मिठाइयों की बढ़ती मांग को देखते हुए कई दुकानदार ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में सिंथेटिक या मिलावटी खोया बेचते हैं, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक हो सकता है।

हाल ही में उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में खाद्य सुरक्षा विभाग ने मिठाइयों की कई दुकानों पर छापा मारा और 3.5 क्विंटल नकली खोया जब्त किया। यह खोया खाने के लिए बिल्कुल असुरक्षित था और स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकता था। इसी तरह, देश के कई राज्यों में खाद्य सुरक्षा विभाग लगातार छापेमारी कर रहा है ताकि मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाई जा सके।

अब सवाल उठता है कि मिलावटी खोया कैसे पहचाना जाए? क्या मिलावटी खोया खाने से बीमारियां हो सकती हैं? और सबसे महत्वपूर्ण बात, क्या हम घर पर शुद्ध खोया बना सकते हैं? आइए, इन सभी सवालों के जवाब जानते हैं।

कैसे होती है खोया में मिलावट?

मिठाई विक्रेता और मिलावटखोर सस्ता और नकली खोया बनाने के लिए कई तरह की चीजें मिला देते हैं। इसमें खराब क्वालिटी का मिल्क पाउडर, टेलकम पाउडर, सिंथेटिक दूध और अन्य हानिकारक केमिकल्स शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, खोया की मात्रा बढ़ाने के लिए उसमें स्टार्च, मैदा, सिंघाड़े का आटा और वनस्पति घी मिलाया जाता है। नकली खोया दिखने में असली जैसा ही लगता है, लेकिन इसकी गुणवत्ता और पौष्टिकता में भारी कमी होती है।

मिलावटी खोया खाने से होने वाली बीमारियां

अगर आप त्योहार के मौके पर मिठाइयों का सेवन कर रहे हैं, तो सतर्क रहें। मिलावटी खोया खाने से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे—

  1. पेट की समस्याएं: नकली खोया में मौजूद स्टार्च और अरारोट से पेट दर्द, अपच, एसिडिटी और डायरिया (दस्त) हो सकता है।
  2. फूड पॉइजनिंग: बासी या खराब खोया से बनी मिठाइयां खाने से उल्टी, दस्त और फूड पॉइजनिंग जैसी परेशानियां हो सकती हैं।
  3. लीवर और किडनी की बीमारियां: सिंथेटिक दूध और यूरिया मिले खोया के सेवन से लीवर और किडनी पर बुरा असर पड़ सकता है।
  4. त्वचा व अन्य एलर्जी: नकली खोया में मौजूद केमिकल्स त्वचा पर रैशेज, खुजली और एलर्जी जैसी समस्याएं पैदा कर सकते हैं।

घर पर कैसे करें मिलावटी खोया की पहचान?

अगर आप बाजार से खोया खरीद रहे हैं, तो पहले उसकी शुद्धता की जांच करें। आप घर पर ही कुछ आसान तरीकों से नकली खोया की पहचान कर सकते हैं—

  1. आयोडीन टेस्ट: एक छोटी मात्रा में खोया लें और उसमें कुछ बूंदें आयोडीन की डालें। अगर खोया में स्टार्च की मिलावट होगी, तो उसका रंग नीला हो जाएगा।
  2. हॉट वाटर टेस्ट: थोड़े से खोया को गर्म पानी में डालें। अगर वह आसानी से घुल जाए और नीचे सफेद पदार्थ जमने लगे, तो समझ लें कि उसमें मिलावट है।
  3. गंध से पहचानें: असली खोया से हल्की-मीठी दूध जैसी खुशबू आती है, जबकि नकली खोया से गंध या अजीब सी महक आ सकती है।
  4. अंगुलियों से जांच: खोया को उंगलियों से मसलकर देखें। असली खोया चिकना और नरम होगा, जबकि नकली खोया थोड़ा दानेदार और कठोर लगेगा।

घर पर शुद्ध खोया कैसे बनाएं?

अगर आप मिलावटी खोया से बचना चाहते हैं, तो घर पर ही शुद्ध खोया बना सकते हैं। इसे बनाने की विधि बहुत आसान है—

  1. ताजा दूध लें (फुल क्रीम दूध हो तो बेहतर रहेगा)।
  2. दूध को एक भारी तले के बर्तन में धीमी आंच पर पकाएं।
  3. लगातार चलाते रहें ताकि दूध जले नहीं।
  4. जब दूध गाढ़ा होकर जमने लगे और उसमें से पानी पूरी तरह सूख जाए, तो गैस बंद कर दें।
  5. तैयार हुआ खोया ठंडा होने के बाद उपयोग के लिए सुरक्षित है।

क्या करें और क्या न करें?

क्या करें:

  • केवल प्रमाणित दुकानों से खोया और मिठाइयां खरीदें।
  • खोया खरीदने के बाद घर पर उसकी शुद्धता की जांच करें।
  • त्योहारों पर घर में बनी मिठाइयों को प्राथमिकता दें।

क्या न करें:

  • बहुत कम कीमत वाले खोया या मिठाइयों को न खरीदें।
  • मिठाइयों को लंबे समय तक खुली जगह पर न रखें।
  • बिना जांचे-परखे किसी भी मिठाई का सेवन न करें।

निष्कर्ष

त्योहारी सीजन में मिलावटी खोया और मिठाइयों का कारोबार बहुत तेजी से बढ़ता है। इसलिए जरूरी है कि हम सतर्क रहें और मिलावट को पहचानने के आसान तरीकों को अपनाएं। मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से होने वाली बीमारियों से बचने के लिए बेहतर होगा कि हम घर पर शुद्ध खोया बनाएं या विश्वसनीय दुकानों से ही मिठाई खरीदें। जब हम और हमारे परिवार सुरक्षित रहेंगे, तभी त्योहार की असली खुशी का आनंद ले सकेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *