आईपीएल 2025 का 55वां मुकाबला भले ही बारिश की भेंट चढ़ गया हो, लेकिन इस मुकाबले में एक ऐसा ऐतिहासिक क्षण दर्ज हो गया जिसने क्रिकेट फैंस का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। हैदराबाद सनराइजर्स की ओर से खेल रहे विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने इस मैच में ऐसा कारनामा कर दिखाया जो आज तक दुनिया का कोई भी खिलाड़ी नहीं कर पाया था।
मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली की टीम ने 7 विकेट पर 133 रन बनाए। बारिश की वजह से दूसरी पारी शुरू नहीं हो पाई और मैच रद्द करना पड़ा। दोनों टीमों को एक-एक अंक जरूर मिला, लेकिन ईशान किशन ने पहले इनिंग में कैच पकड़ने का ऐसा रिकॉर्ड बना दिया जो क्रिकेट इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गया।

ईशान किशन का ऐतिहासिक रिकॉर्ड:
ईशान किशन आईपीएल के इतिहास में पहले खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने एक ही पारी में विरोधी टीम के टॉप चार बल्लेबाजों के कैच लपके। उन्होंने दिल्ली की पारी के दौरान ओपनर करुण नायर, फिर फाफ डु प्लेसिस, फिर नंबर 3 पर आए अभिषेक पोरेल और आखिर में नंबर 4 पर खेलने आए केएल राहुल का कैच लपककर सबको चौंका दिया।
एक विकेटकीपर के तौर पर यह प्रदर्शन बेहद खास है क्योंकि विकेट के पीछे इतनी फुर्ती और एकाग्रता दिखाना आसान काम नहीं होता। खासकर तब, जब विरोधी टीम की बल्लेबाजी क्रम की शुरुआत में ही चार विकेट गिरते हैं और सभी कैच एक ही खिलाड़ी के हाथों में सुरक्षित पहुंचते हैं।
नमन ओझा के रिकॉर्ड की बराबरी
ईशान किशन ने इस मैच में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए एक पारी में सबसे ज्यादा कैच लेने वाले विकेटकीपर का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है। इससे पहले यह रिकॉर्ड नमन ओझा के नाम था, जिन्होंने 2016 के आईपीएल सीजन में एक मैच में 4 कैच लपके थे। अब ईशान ने भी उसी उपलब्धि को दोहराकर खुद को एक खास क्लब में शामिल कर लिया है।
बल्ले से नहीं, पर दस्तानों से चमके ईशान
भले ही ईशान किशन का इस सीजन में बल्ला ज्यादा रन नहीं उगल पाया हो, लेकिन उन्होंने यह साबित कर दिया कि विकेट के पीछे भी मैच का रुख बदलने की ताकत होती है। राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शतक लगाने के बाद उम्मीद थी कि किशन बड़े स्कोर बनाएंगे, लेकिन फॉर्म उनका साथ नहीं दे सका। इसके बावजूद उन्होंने विकेटकीपिंग के जरिए टीम के लिए बड़ा योगदान दिया।

ईशान का यह रिकॉर्ड आने वाले सालों में युवा विकेटकीपरों के लिए प्रेरणा बनेगा। क्रिकेट में केवल रन बनाना ही नहीं, बल्कि हर मौके पर टीम के लिए अहम योगदान देना भी असली खिलाड़ी की पहचान होती है, और ईशान किशन ने ये बखूबी साबित किया।