अन्याय अत्याचार भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग के लिए सुराज सेवा दल उतरा सड़को पर। वही प्रदेश अध्यक्ष रमेश जोशी के नेतृत्व में सुराज सेवा दल के कार्यकर्ताओं ने ताली थाली बजाकर तहसीलदार व उप जिलाधिकारी महोदय का घेराव किया रमेश जोशी ने पूछा कि मेहरबान की सच्ची शिकायतों के प्रार्थना पत्र पर प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता है और भूमाफिया उसके खिलाफ झूठी शिकायत भी देते हैं तो बिना किसी जांच के उस पर आदेश पारित कर दिए जाते हैं क्यों? जोशी ने पूछा कि पुलिस द्वारा जो मेहरबान वह उसके परिवाररिक गणों के खिलाफ मुकदमा कायम किया गया क्या वह बिना किसी जांच के किया गया? क्योंकि रमेश जोशी ने बताया कि वह जमीन पुश्तैनी चली आ रही है शुरू से खाता खतौनी पर मेहरबान व उसके परिवारिक गणों का नाम है अगर मेहरबान ने उस जमीन में धोखा देने का कार्य किया है तो आज तक खाता खतौनी से मेहरबान व उसके परिवाररिक गणों का नाम क्यों नहीं हटवाया गया? जो कि सबसे पहले कार्यवाही करनी थी! वही रमेश जोशी ने बताया कि तहसीलदार महोदय व उप जिलाधिकारी महोदय तक मेहरबान के द्वारा दो तीन वर्ष से सीमांकन के लिए तीन-तीन बार उप जिलाधिकारी और तहसीलदार कानूनगो पटवारी के यहां अपने प्रार्थना पत्र दिये गये और उनका आज तक सीमांकन क्यों नहीं किया गया? क्यों नहीं उसकी जांच की गई क्यों उसकी भरी फसल लूटने दी गई? उसका घर तोड़ दिया गया आख़िर उसके खिलाफ जांच कर मुकदमा क्यों नहीं कायम करया गया आखिरकार इस प्रदेश को केवल पैसे वाले और भूमाफिया चलाएंगे? क्या दुर्भाग्य है इस प्रदेश का यहां पर कोई ऐसा नेता नहीं है जो सत्य और न्याय की लड़ाई लड़े वैसे तो जमीनी विवाद का मामला जब तक कप्तान (SSP) सीओ(CO) महोदय की संस्तुति ना हो तब तक मुकदमा कायम नहीं होता है और मेहरबान का मुकदमा बिना किसी अधिकारियों की संस्तूती के थाने में ही कर दिया गया ऐसा क्यों? इस तरह से कई सवाल के जवाब मांगें, उत्तराखंड लाइव न्यूज के लिए देहरादून से प्रियंका रावत की रिपोर्ट।