अगर बंधकों को रिहा नहीं किया तो सब बर्बाद: डोनाल्ड ट्रंप का हमास को अल्टीमेटम
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने हमास को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि अगर 20 जनवरी तक बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो “सबकुछ बर्बाद हो जाएगा।” 20 जनवरी को ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने वाले हैं।
क्या कहा ट्रंप ने?
ट्रंप ने साफ कहा कि बंधकों की रिहाई में देरी हमास के लिए विनाशकारी साबित होगी। उनका कहना है कि न सिर्फ हमास, बल्कि किसी के लिए भी यह अच्छा नहीं होगा। उन्होंने 7 अक्टूबर के हमले का जिक्र करते हुए कहा, “लोग इसे भूल गए, लेकिन बहुत से लोग मारे गए थे।” उन्होंने कहा कि “बंधकों को कभी बनाना ही नहीं चाहिए था।”
बातचीत की स्थिति
ट्रंप के मिडल ईस्ट के विशेष दूत स्टीवन चार्ल्स विटकॉफ ने बातचीत को लेकर उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि वे प्रगति कर रहे हैं और बंधकों की रिहाई के लिए दोनों पक्षों के बीच वार्ता चल रही है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप की सख्त चेतावनी ने वार्ता को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
बंधकों की स्थिति
ट्रंप ने बताया कि उनके पास बंधकों के माता-पिता रोते हुए आए, जिन्होंने उनके बच्चों के शवों को वापस लाने की गुहार लगाई। उन्होंने एक घटना का जिक्र किया, जिसमें एक लड़की को कार में घसीटा गया और उसकी पोनीटेल खींचकर आलू की बोरी की तरह फेंका गया।
ट्रंप की चेतावनी
ट्रंप ने कहा, “अगर मेरे शपथ ग्रहण तक बंधकों को रिहा नहीं किया गया, तो मिडल ईस्ट में सब कुछ बर्बाद हो जाएगा।” उन्होंने अपने विशेष दूत की कोशिशों की सराहना करते हुए कहा कि बातचीत में प्रगति हो रही है और उन्हें उम्मीद है कि उद्घाटन से पहले इस मुद्दे का समाधान निकलेगा।
क्या है रेड लाइन?
स्टीवन विटकॉफ ने कहा कि ट्रंप ने अपनी “रेड लाइन” पहले ही स्पष्ट कर दी है। इसका मतलब है कि 20 जनवरी की डेडलाइन पर किसी तरह का समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह ट्रंप की सख्ती ही है, जिससे बातचीत सफल होने की उम्मीद है।
निष्कर्ष
ट्रंप ने अपनी चेतावनी में कहा, “मुझे और कुछ कहने की ज़रूरत नहीं है। उन्हें बहुत पहले ही बंधकों को रिहा कर देना चाहिए था। अगर ऐसा नहीं हुआ, तो सब कुछ खत्म हो जाएगा।”