अरविंद केजरीवाल ने CEC को लिखी चिट्ठी, परवेश वर्मा को अयोग्य घोषित करने की मांग
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की शुरुआत से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज़ हो गया है। शनिवार को, दिल्ली के मुख्यमंत्री और AAP के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) को एक चिट्ठी लिखकर भाजपा के सांसद परवेश वर्मा के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दिल्ली विधानसभा में “हो रही गड़बड़ी” के संदर्भ में भाजपा पर वोटरों के नाम फर्जी तरीके से जोड़ने का आरोप लगाया और मांग की कि परवेश वर्मा को चुनाव में अयोग्य घोषित किया जाए।
केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में कहा कि भाजपा ने एक नई चाल चली है, जिसके तहत उसने अपने सांसदों और कार्यकर्ताओं के पते पर कई नए मतदाताओं के नाम जोड़े हैं। उनके मुताबिक, परवेश वर्मा के पते पर 33 नए मतदाताओं के नाम जोड़ने के लिए आवेदन किए गए थे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी दावा किया कि यह प्रक्रिया भाजपा की योजना के तहत की गई और यदि यह वाकई भाजपा उम्मीदवार की मर्जी से हुआ है, तो परवेश वर्मा को तुरंत चुनावी प्रक्रिया से बाहर कर दिया जाना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा ने इस चुनावी गड़बड़ी को बढ़ावा देने के लिए अपने सांसदों और कार्यकर्ताओं के पते का उपयोग किया। चिट्ठी में केजरीवाल ने बताया कि दिल्ली में 17 ऐसे पते हैं जहां भाजपा के सांसद या नेता रहते हैं, और इन पते पर वोटरों के नाम जोड़ने के लिए आवेदन किए गए हैं। इसके अलावा, 27 ऐसे छोटे मकान हैं जो केवल दो कमरों के हैं, जिनमें से प्रत्येक पर 30-30 मतदाताओं के नाम जोड़े गए थे। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पांच ऐसे पते से भी आवेदन किए गए हैं जो वास्तविकता में मौजूद नहीं हैं।
अरविंद केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में इस मुद्दे की गंभीरता को लेकर चुनाव आयोग से तत्काल एफआईआर दर्ज करने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उनका कहना था कि अगर यह सभी गतिविधियां भाजपा के निर्देश पर की गई हैं, तो इसे चुनावी प्रक्रिया की गड़बड़ी माना जाना चाहिए और संबंधित नेता, परवेश वर्मा, को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए।
दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होना है और मतगणना 8 फरवरी को की जाएगी। पिछले दो विधानसभा चुनावों में भारी बहुमत से जीत हासिल करने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच इस बार कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है। दोनों दल चुनावी मैदान में अपनी-अपनी ताकत लगाकर सत्ता में वापसी की कोशिश करेंगे, वहीं इस तरह के आरोप चुनावी माहौल को और भी गरमा रहे हैं।
अरविंद केजरीवाल के आरोपों से स्पष्ट है कि इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में हर कदम पर राजनीतिक विरोधियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी रहेगा। हालांकि चुनाव आयोग की ओर से इस पर क्या कदम उठाए जाएंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।