भारत बनाम इंग्लैंड टेस्ट: अखिल दीप की स्लेजिंग पर गर्माया माहौल, रिकी पोंटिंग ने दी तीखी प्रतिक्रिया
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ के पांचवें और अंतिम मुकाबले के दूसरे दिन का खेल द ओवल के मैदान पर खासा चर्चा में रहा। खेल तो हुआ ही, लेकिन उससे ज़्यादा सुर्खियाँ बटोरीं भारतीय गेंदबाज़ों की आक्रामकता और स्लेजिंग ने। दूसरे दिन का पहला सत्र बेहद उथल-पुथल भरा रहा, जहाँ इंग्लैंड की टीम ने आक्रामक बल्लेबाज़ी कर भारत पर दबाव बना दिया, वहीं भारतीय गेंदबाज़ों ने स्लेजिंग और जश्न के ज़रिए विपक्षी टीम को उकसाने की भी कोशिश की।

दिन की शुरुआत भारतीय पारी के जल्दी सिमटने के साथ हुई। भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में कुल 224 रन बनाए, और दूसरे दिन के शुरुआती ओवरों में ही आखिरी विकेट गिर गया। इसके बाद इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज़ों बेन डकेट और ज़ैक क्रॉली ने मैदान पर उतरते ही भारतीय गेंदबाज़ों पर आक्रमण शुरू कर दिया। खासकर डकेट ने तेज़ शुरुआत करते हुए कुछ शानदार शॉट्स खेले और भारतीय गेंदबाज़ों को कोई मौका नहीं दिया।
लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में सबसे ज्यादा ध्यान खींचा दो घटनाओं ने — पहली, जब प्रसिद्ध कृष्णा ने इंग्लैंड के अनुभवी बल्लेबाज़ जो रूट को आउट करने के बाद आक्रामक अंदाज़ में स्लेजिंग की। और दूसरी, जब तेज़ गेंदबाज़ आकाश दीप ने बेन डकेट को आउट करने के बाद उन्हें एक बेहद ‘चीकी’ अंदाज़ में विदाई दी, जिसमें हल्की-सी मुस्कान और कुछ कहे बिना बहुत कुछ कह देने का भाव था।
डकेट को आउट करने के बाद आकाश दीप के इस जश्न ने इंग्लैंड की डगआउट में हलचल मचा दी। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान और वर्तमान कमेंटेटर रिकी पोंटिंग ने इस व्यवहार पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मज़ाकिया लेकिन तीखे लहजे में कहा, “अगर कोई खिलाड़ी मुझे ऐसे आउट करने के बाद भेजता, जैसा आकाश दीप ने डकेट को किया, तो शायद मैं उसे लोकल पार्क में घुसकर मुक्का मार देता!”
पोंटिंग का ये बयान भले ही हल्के-फुल्के अंदाज़ में आया हो, लेकिन यह दर्शाता है कि आधुनिक क्रिकेट में स्लेजिंग और शिष्टाचार के बीच की रेखा कितनी पतली होती जा रही है।
क्रिकेट के जानकारों का मानना है कि भारत की यह आक्रामकता कहीं न कहीं जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति से उपजे आत्मविश्वास की कमी को ढकने की कोशिश हो सकती है। भारत की गेंदबाज़ी यूनिट पर दवाब था, क्योंकि बुमराह जैसे अनुभवी गेंदबाज़ टीम में नहीं थे। ऐसे में युवा गेंदबाज़ों ने ऊर्जा और आक्रामकता के सहारे इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों को जवाब देने की कोशिश की।
हालाँकि, इंग्लैंड ने पहले सत्र में 100 से अधिक रन जोड़ दिए और विकेट नहीं गंवाया था, लेकिन जैसे ही डकेट का विकेट गिरा, माहौल में एक अलग ही रंग देखने को मिला। आकाश दीप की वह ‘सेंड-ऑफ’ अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है।
सवाल ये उठता है कि क्या क्रिकेट में बढ़ती हुई आक्रामकता खेल भावना को पीछे छोड़ रही है, या फिर यह आज के दौर की ‘न्यू एज क्रिकेट’ की पहचान बनती जा रही है?

एक बात तो तय है — ओवल टेस्ट के दूसरे दिन ने क्रिकेट प्रेमियों को न केवल खेल का रोमांच दिया, बल्कि भावनाओं, प्रतिक्रियाओं और विवादों से भरा एक रंगमंच भी प्रस्तुत किया।