अखिलेश यादव ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए बीजेपी पर जमकर हमला बोला और कांग्रेस पार्टी को भी निशाने पर लिया। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यदि कांग्रेस पार्टी ने उस समय जातिगत जनगणना के पक्ष में समर्थन दिया होता, तो आज हमें यह मुद्दा उठाने के लिए आपके सामने खड़ा नहीं होना पड़ता। अखिलेश का यह बयान उस समय के संदर्भ में था, जब कांग्रेस ने जातिगत जनगणना को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया था।
अखिलेश ने लोकसभा में आगे कहा कि समाजवादी पार्टी ने हमेशा जातिगत जनगणना के मुद्दे को उठाया और इसे लागू करने की मांग की है। उनका कहना था कि अगर कांग्रेस ने उस समय इस मुद्दे को गंभीरता से लिया होता, तो आज यह मुद्दा खड़ा ही नहीं होता। उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर द्वारा लिखित संविधान के तहत हमें जो अधिकार और हक मिले हैं, उस पर जातिगत जनगणना की जरूरत है ताकि समाज के प्रत्येक वर्ग को समान अवसर मिल सके। अखिलेश ने यह भी कहा कि अब कांग्रेस भी जातिगत जनगणना के पक्ष में है और इसका समर्थन कर रही है, जो एक सकारात्मक कदम है।
लोकसभा में दिए गए अपने भाषण में अखिलेश यादव ने आर्थिक उदारीकरण के दौर का भी उल्लेख किया और कांग्रेस सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि अगर उस समय भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर अधिक ध्यान दिया गया होता, तो आज हम चीन से आगे होते। उन्होंने कहा कि जब भारत के बाजारों को खोला गया और आर्थिक उदारीकरण शुरू हुआ, उस समय कांग्रेस की सरकार थी और प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव थे। उस समय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को उतना ध्यान नहीं मिला, जितना मिलना चाहिए था, जिसका खामियाजा आज भारत को उठाना पड़ रहा है।
अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर और भी कई आरोप लगाए और कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर उत्तर से लेकर दक्षिण भारत तक कई नेता सामने आए जिन्होंने इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि आज समाजवादी पार्टी इस मुद्दे को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि कांग्रेस ने आरक्षण और जातिगत जनगणना के पक्ष में समय रहते कदम उठाए होते, तो आज यह मुद्दा समाजवादी पार्टी को न उठाना पड़ता।
अखिलेश ने यह स्पष्ट किया कि कांग्रेस पार्टी के साथ उनका कोई टकराव नहीं है और वह कांग्रेस के साथ मिलकर इस मुद्दे पर आगे बढ़ने को तैयार हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अब जातिगत जनगणना को कोई भी रोक नहीं सकता। इस दौरान लोकसभा में कुछ सांसदों ने उनकी बातों का विरोध किया, तो अखिलेश ने चुटकी लेते हुए कहा कि कांग्रेस से कोई टकराव नहीं है, लेकिन यह भी याद रखना चाहिए कि एक इंजन ने कभी दूसरे इंजन को नमस्कार नहीं किया था।
अखिलेश यादव ने लोकसभा में यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच कोई झगड़ा नहीं है, लेकिन जिस तरह से समय समय पर मुद्दों पर दोनों पार्टियों के विचार अलग होते रहे हैं, वह सबके सामने है। उन्होंने यह भी साफ किया कि समाजवादी पार्टी का मुख्य उद्देश्य हमेशा ही समाज के कमजोर वर्गों के हक के लिए लड़ना है।