मॉडल अर्पिता तिवारी की संदिग्ध मौत: हत्या या हादसा?
मुंबई के मीरा रोड इलाके में एक हाई-राइज़ बिल्डिंग में एक रहस्यमयी मौत ने सबको चौंका दिया। मॉडल और एंकर अर्पिता तिवारी की लाश 15वीं मंजिल से गिरकर दूसरी मंजिल के एसी डक्ट में अर्धनग्न अवस्था में पाई गई। इस मामले को लेकर कई सवाल उठे, लेकिन 8 साल बाद भी यह गुत्थी अनसुलझी बनी हुई है। आइए जानते हैं कि उस रात क्या हुआ और पुलिस जांच कहां तक पहुंची।
पार्टी से शुरू हुई रहस्यमयी घटना
अर्पिता तिवारी अपने बॉयफ्रेंड पंकज जाधव के साथ मानवस्थल बिल्डिंग की 15वीं मंजिल के फ्लैट नंबर 1501 में एक पार्टी में शामिल होने आई थीं। इस पार्टी में पहले से ही पंकज के चार दोस्त और एक कुक मौजूद थे।
रातभर शराब और मस्ती चलती रही। सभी ने देर रात तक जश्न मनाया और फिर लगभग 4 बजे सोने का फैसला किया। पंकज, अर्पिता और अमित हॉल में ही सो गए, जबकि बाकी दोस्त दूसरे कमरे में चले गए।

सुबह का खौफनाक मंजर
सुबह जब अमित हजारा की नींद खुली तो उसने देखा कि अर्पिता अपने बिस्तर पर नहीं थीं। पहले उसे लगा कि वह बाथरूम में होंगी, लेकिन जब काफी देर तक बाहर नहीं आईं तो शक हुआ।
जब अमित और पंकज ने बाथरूम का दरवाजा तोड़कर अंदर देखा तो वहां कोई नहीं था, लेकिन खिड़की के शीशे टूटे हुए थे।
फिर दोनों घबराकर नीचे भागे और बिल्डिंग के गार्ड से मदद मांगी। कुछ देर बाद बिल्डिंग के एक निवासी ने चीखते हुए बताया कि दूसरी मंजिल के एसी डक्ट में एक लड़की की लाश पड़ी है। जब पास जाकर देखा गया तो वह अर्पिता थी।
क्या यह हादसा था या किसी ने जानबूझकर उन्हें गिराया?
अर्पिता की हालत देख कर पुलिस को यह साफ नहीं हो पाया कि यह आत्महत्या थी, हादसा था या फिर हत्या। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह स्पष्ट नहीं हो सका कि उनकी मौत गिरने से पहले हुई थी या बाद में।
पुलिस जांच और दोस्तों के बयान
- बॉयफ्रेंड पंकज जाधव का बयान: पंकज ने बताया कि अर्पिता रात में सोने गई थीं और सुबह गायब हो गईं। उसने कहा कि उसे नहीं पता कि वह खिड़की तक कैसे पहुंचीं।
- अमित हजारा का बयान: अमित ने बताया कि उसने सुबह 7 बजे बाथरूम का दरवाजा बंद देखा था। उसने सोचा कि अर्पिता अंदर होंगी, लेकिन जब काफी देर बाद भी दरवाजा नहीं खुला, तब शक हुआ।
- अन्य दोस्तों के बयान: पार्टी में मौजूद बाकी दोस्तों ने भी यही कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता।
हत्या का शक और शक के आधार
- अर्धनग्न लाश: अगर यह आत्महत्या होती, तो अर्पिता के कपड़े कैसे गायब हो गए?
- बाथरूम की खिड़की से गिरना मुश्किल: जिस खिड़की से गिरने की बात हो रही है, वह बहुत छोटी थी और उसमें से निकलना आसान नहीं था।
- शराब का नशा: पार्टी में शराब पी गई थी। क्या नशे में किसी ने उनके साथ जबरदस्ती की?
पुलिस जांच में क्या सामने आया?
पुलिस ने हर एंगल से जांच की लेकिन किसी भी ठोस सबूत की कमी के कारण कोई भी दोषी साबित नहीं हो सका।

- सीसीटीवी फुटेज: बिल्डिंग के सीसीटीवी कैमरों में ऐसा कुछ नहीं मिला जिससे कोई निष्कर्ष निकाला जा सके।
- मकान मालिक और गार्ड के बयान: उन्होंने बताया कि रात में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं देखी गई थी।
- पंकज का लाइ-डिटेक्टर टेस्ट: कोई ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण पुलिस ने इसे संदिग्ध घटना मानते हुए मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया।
परिवार का आरोप और न्याय की मांग
अर्पिता के परिवार ने इस मामले में कई सवाल उठाए।
- बहन विनीता का आरोप: उन्होंने कहा कि उनकी बहन आत्महत्या नहीं कर सकती।
- पिता का बयान: उन्होंने मांग की कि इस मामले की सीबीआई जांच कराई जाए।
- मीडिया का सवाल: मीडिया ने भी इस केस को उठाया, लेकिन समय के साथ यह मामला दबता चला गया।
8 साल बाद भी गुत्थी अनसुलझी
अर्पिता तिवारी की मौत का रहस्य आज भी बना हुआ है। यह घटना आत्महत्या थी, हादसा था या हत्या, यह सवाल अब भी अनसुलझा है। पुलिस के पास सबूतों की कमी थी, इसलिए किसी को दोषी साबित नहीं किया जा सका।
लेकिन परिवार को अब भी उम्मीद है कि एक दिन सच सामने आएगा और उन्हें न्याय मिलेगा।