खबर उत्तराखंड के सीधा राजधानी देहरादून की है, एक बहुत ही अजीबो गरीब मामला सामने आया है,आप सुनकर हैरान हो जाएंगे कि एक व्यक्ति ने नाम पर एक नही बल्की तीन तीन loan अलग अलग कंपनी द्वारा किये गए, उसको मालूम भी नही चला, आप जिस को स्क्रीन पर देख रहे हैं पर जो आपको आधारकार्ड में व्यक्ति की फ़ोटो दिख रही है और जो व्यक्ति स्क्रीन पर दिख रहा है कितना फर्क नज़र आ रहा है,आइये देखते है क्या रहा यह मामला,आपको बता दे कि धर्मपुर विधानसभा वार्ड नं-74 भ्रमपुरी का यह मामला है, पीड़ित सचिन कुमार एक छोटी सी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान चलाता है ,सचिन ने बताया कि अचानक से एक दिन बैंक से कॉल आया कि आपकी EMI पेंडिंग है तो मैने कहा कि मैंने फिललाल कोई लोन नही लिया,वही जब मैने अपनी CIBIL चेक की तो में हैरान रह गया कि मेरे नाम पर एक नही बल्कि तीन लोन हुए है।
1 लोन (टाटा कैपिटल ) 2(हीरो फिनकॉर्प) 3(फुलटर्न इंडिया )
1- HERO FINCORP
LOAN NO-DHD0PL00100006434680
AMOUNT- 400000
2-FICCL
LOAN NO- 025402210786732
AMOUNT-5,13,971
3-TCFSL
LOAN NO-TCFPL0374000010990294
AMOUNT-4,00,000
तो मेरे द्वारा तुरन्त पटेल नगर चौकी में तहरीर दी,तो वही चौकी इंचार्ज विवेक राठी द्वारा कार्यवाही शुरू कर दी,वही तहरीर के एक महीने बाद 420 का मुकदमा दर्ज हुआ,वही सचिन ने मांग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द इस पर कार्यवाही हो और ऐसे गैंग की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो,उन्होंने यह भी कहा कि आज मेरे साथ हुआ है कल किसी ओर के साथ न हो। बात सोचने की तो है आखिर कार कैसे बैंक ने सर्विस लोन दे दिया,जिसकी एक छोटी सी किराये की दुकान है वो भी 3 लोन अलग अलग कंपनी से,ओर इससे बड़ी बात तो यह है कि अपराधी ने इन फर्जी कागजो से एक नया एकाउंट खोला तो अपराधी ने तीनो बैंक से, माजरा स्थित युनियन बैंक ऑफ इंडिया में पैसे मंगवाए,बैंक कैसे इतनी बड़ी चूक कर सकता है,किस किस की मिली भगत है ,आखिर कार आधारकार्ड पेनकार्ड से झेड झाड़ कर बैंक कैसे धोखा खा सकते है,बैंक धोखा खाये है,परंतु क्यों नही बैंक ने लोन देने से पहले जांच की,पर्सनल लोन देने में इतनी दिक्कतों का सामना करता है एक गरीब व्यक्ति तो कैसे यह 3 लोन 15 लाख के कर दिए सोचने की बात है,देखते है कब तक पुलिस के हाथ लगते है, या अब कोई और शिकार होगा,उत्तराखंड लाइव न्यूज़ के लिए देहरादून से अंजली पासवान की रिपोर्ट।
Cibil