लॉर्ड्स पर DRS विवाद: सुनील गावस्कर ने उठाए सवाल, क्या भारत के खिलाफ साज़िश हो रही है?
तीसरे इंग्लैंड–भारत टेस्ट के पांचवें दिन लॉर्ड्स की पिच पर जब KL राहुल का LBW आउट हुआ, तो पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का गुस्सा सार्वजनिक हो गया। राहुल की आउटिंग उस समय हुई जब दिन की शुरूआत में भारत को जीत के लिए 135 रन चाहिए थे। लेकिन तीन महत्वपूर्ण विकेटों (रिशभ पन्त, राहुल, वाशिंगटन सुंदर) के गिरने से भारत की मुश्किलें बढ़ गईं। हालांकि पन्त और सुंदर के आउटिंग ने अपना असर दिखाया, लेकिन राहुल का विकेट खासा विवादस्पद रहा
📌 विवाद का विश्लेषण
गावस्कर को सबसे ज्यादा दिक्कत राहुल के LBW डिसमिसल में लगी जब स्टोक्स ने अंपायर को आउट लेने पर मजबूर किया। ऑन‑फील्ड अंपायर ने “नॉट आउट” दिया, लेकिन डीआरएस ने “हिटिंग स्टंप” दिखाया—जिससे अंपायर कॉल का इस्तेमाल हुआ और राहुल आउट हो गए ।

गावस्कर ने कैमरे पर कहा,
“यह गेंद इतना ऊँचा नहीं गई थी। जब भारतीय गेंदबाजों परडी टेस्ट में गेंद ऊपर जाती थी, तब भी निर्णय नहीं आया। मुझे तकनीक पर सवाल खड़ा करने की ज़रूरत महसूस होती है।”
वे यह मानने को तैयार नहीं थे कि डीआरएस की बॉल‑ट्रैकिंग इतनी भेदभावपूर्ण ढंग से काम कर रही है।
🔎 पूर्व संदर्भ भी उभरे
इससे पहले भी दिन चार के मैच में गावस्कर ने जो रूट के LBW ‘उमपीयर कॉल’ बचाव पर सवाल उठाए थे। सिराज की गेंद से रूट आउट होते-होते बच गए थे, और गावस्कर ने डीआरएस के फैसले की विश्वसनीयता पर कटाक्ष किया
🤔 साजिश की आशंका?
गावस्कर ने कहा:
“मैं तकनीक पर सवाल पूछ रहा हूँ।”
“भारत हमेशा गलत दिशा में क्यों जाता है?”
यहां तक कि उन्होंने इसे साज़िश जैसा संदिग्ध कृत्य बताया — क्या कोई ऐसी व्यवस्था है जो भारत के खिलाफ तकनीक का गलत इस्तेमाल हो रही है?
🎙️ व्यावसायिक प्रतिक्रियाएँ

माइकल वॉन (मैदान में साथी टिप्पणीकार) ने स्थिति को कूल करने की कोशिश की, लेकिन गावस्कर का गुस्सा स्पष्ट था।
गावस्कर की यह नाराज़गी घोर तकनीकी निष्पक्षता की मांग को ज़ोर देती है, विशेषकर उन मुकाबलों में जहाँ भारतीय टीम हार के कगार पर हो।