सोने की कीमतों में गिरावट लगातार तीसरे दिन देखने को मिल रही है। आम बजट 2025-26 के पहले सोने के दाम में गिरावट ने बाजार को चौंका दिया है। पिछले कुछ हफ्तों से सोने की कीमतें अपने रिकॉर्ड स्तर के आसपास पहुंच गई थीं, जिससे सोना आम आदमी के लिए खरीदने में मुश्किल हो रहा था। 29 जनवरी 2025 को दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों में सोने की कीमतों में फिर से कमी आई है, और यह गिरावट 82,000 रुपये प्रति 10 ग्राम से नीचे आ गई है।
पिछले सप्ताह, सोने की कीमतों ने ऐतिहासिक ऊंचाई को छुआ था, और इस समय सोना लगभग 83,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया था। लेकिन अब बाजार में करेक्शन देखने को मिल रहा है, जिससे इसकी कीमतें कम हो रही हैं। 24 कैरेट सोने की कीमत 81,900 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास आ गई है, जो पिछले कुछ महीनों में पहली बार 82,000 रुपये से नीचे आई है। वहीं, 22 कैरेट सोने की कीमत लगभग 75,100 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास बनी हुई है।
ज्वेलर्स और रिटेलर्स की सुस्त मांग और आंतरराष्ट्रीय बाजार में दबाव के कारण दिल्ली के सर्राफा बाजार में 160 रुपये की गिरावट देखने को मिली है। इसी तरह, सोने की कीमत दिल्ली में 350 रुपये घटकर 82,070 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गई है। इस गिरावट के बावजूद, सोने की कीमतें अभी भी 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर बनी हुई हैं।
अक्टूबर 2024 में, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गोल्ड इंपोर्ट ड्यूटी में कमी की थी, जिसके बाद सोने की कीमतों में थोड़ी राहत देखने को मिली थी। अब यह सवाल उठता है कि क्या इस बार, यानी 1 फरवरी 2025 को पेश होने वाले आम बजट में, वित्त मंत्री फिर से सोने की कीमतों को काबू में करने के लिए कुछ कदम उठाएंगी। यदि ऐसा होता है, तो आम आदमी को सोना खरीदने में थोड़ी राहत मिल सकती है, खासकर तब जब बाजार में लगातार गिरावट और अस्थिरता बनी हुई है।
भारत में सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव आम बात है, और इसके कई कारण हो सकते हैं। इनमें अंतरराष्ट्रीय बाजार, सरकार की नीतियाँ, और रिटेल डिमांड शामिल हैं। यदि सरकार इस बार भी इंपोर्ट ड्यूटी में कमी करने का निर्णय लेती है, तो इसका प्रभाव बाजार पर सकारात्मक हो सकता है और सोने की कीमतों में और गिरावट आ सकती है। इसके साथ ही, अगर सोने की कीमतें कुछ और कम होती हैं, तो यह आम आदमी के लिए एक अच्छे अवसर का रूप ले सकती है, क्योंकि सोना भारतीय समाज में एक सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जाता है।
बहरहाल, बजट की घोषणा के बाद ही इस बारे में अधिक जानकारी मिल पाएगी, और यह तय किया जाएगा कि सोने की कीमतों पर इसका क्या असर पड़ेगा।