आज यानी 17 फरवरी 2025 को सोने और चांदी के दामों में गिरावट देखने को मिली। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 24 कैरेट सोने का भाव 10 ग्राम के हिसाब से 1,039 रुपए घटकर 84,959 रुपए पर पहुंच गया है। इससे पहले सोने का दाम 85,998 रुपए था। पिछले कुछ दिनों से सोने की कीमत में उतार-चढ़ाव जारी था और 14 फरवरी 2025 को सोने ने अपने पिछले उच्चतम मूल्य को छुआ था, जब सोने का दाम 86,089 रुपए प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था।

चांदी के दाम में भी बड़ी गिरावट आई है। एक किलो चांदी की कीमत 2,930 रुपए घटकर 95,023 रुपए किलो हो गई है। कल यानी 16 फरवरी को चांदी का दाम 97,953 रुपए प्रति किलो था। चांदी ने 23 अक्टूबर 2024 को अपने उच्चतम स्तर पर 99,151 रुपए प्रति किलो की कीमत हासिल की थी, जो अब घटकर 95,023 रुपए किलो हो गई है।

इन दोनों धातुओं की कीमतों में आई गिरावट ने निवेशकों और आम जनता को चौंका दिया है। जबकि सोने और चांदी की कीमतें वैश्विक स्तर पर हमेशा ही बदलावों से प्रभावित होती हैं, इस समय इनकी कीमतों में गिरावट घरेलू बाजार के साथ-साथ वैश्विक बाजारों में भी देखी जा रही है। वैश्विक आर्थिक स्थितियों, केंद्रीय बैंकों के फैसलों, और यूएस डॉलर की स्थिति का असर सोने और चांदी की कीमतों पर पड़ता है।

सोने को हमेशा से एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर तब जब शेयर बाजार या अन्य निवेश विकल्पों में उतार-चढ़ाव होता है। इस समय सोने के दामों में गिरावट आने के बावजूद, यह निवेशक के लिए एक आकर्षक विकल्प बना हुआ है। चांदी भी अपने औद्योगिक उपयोग और निवेश के कारण आकर्षक निवेश विकल्प बनी रहती है। हालांकि, हाल की गिरावट के कारण निवेशकों को नुकसान हुआ है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से सोने और चांदी की कीमतों में सुधार की संभावना बनी रहती है।

हाल के महीनों में सोने और चांदी की कीमतों में आई भारी गिरावट से कई लोग निराश हैं, लेकिन इससे निवेशक के लिए सस्ता सोना और चांदी खरीदने का मौका भी मिल सकता है। हालांकि, इनकी कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और अपने निवेश निर्णयों में धैर्य बनाए रखना चाहिए।

इसके अलावा, कीमतों में गिरावट आने के बावजूद, सोने और चांदी का शौक रखने वाले लोगों के लिए यह अच्छा अवसर हो सकता है, क्योंकि भारतीय संस्कृति में सोना और चांदी परंपरागत रूप से शुभ और मूल्यवान माने जाते हैं।

निष्कर्ष
इस समय सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट निवेशकों के लिए एक अवसर बन सकती है, लेकिन यह भी जरूरी है कि वे भविष्य की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए अपने निवेश निर्णय लें। सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सिलसिला हमेशा चलता रहता है, और यह आर्थिक घटनाओं, वैश्विक स्थितियों और निवेशकों के रुझानों के अनुसार बदलता रहता है।

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