अगर आप सोने या चांदी में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। आज यानी 20 फरवरी 2025 को सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट सोने का भाव 192 रुपए कम होकर 86,541 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गया है। इससे पहले यह 86,733 रुपए प्रति 10 ग्राम के भाव पर था, जो अब तक का सर्वाधिक रिकॉर्ड स्तर था। वहीं, चांदी की कीमत में भी गिरावट देखी गई है। एक किलो चांदी का दाम 385 रुपए घटकर 97,181 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया है।

सोने और चांदी के दाम में गिरावट की वजह

विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक बाजार में डॉलर की मजबूती और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों को लेकर बनी अनिश्चितता के कारण सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट आई है। इसके अलावा, निवेशकों द्वारा अपने निवेश में कटौती करने से भी कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। इंटरनेशनल मार्केट में सोने और चांदी की कीमतों पर दबाव बना हुआ है, जिसका असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा है।

चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव

चांदी की बात करें तो 23 अक्टूबर 2024 को इसने 99,151 रुपए प्रति किलोग्राम का ऑल टाइम हाई स्तर छुआ था। उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। हाल ही में चांदी 97,566 रुपए प्रति किलो के स्तर पर थी, जो आज घटकर 97,181 रुपए पर आ गई है। यह गिरावट निवेशकों के लिए एक मौका हो सकता है, क्योंकि चांदी के दाम फिर से बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

क्या निवेश का यह सही समय है?

सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव को देखते हुए निवेशकों को समझदारी से निर्णय लेना चाहिए। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट अस्थायी हो सकती है और भविष्य में कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं। अगर आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो मौजूदा कीमतों पर सोना और चांदी खरीदना फायदेमंद साबित हो सकता है। हालांकि, निवेश करने से पहले मार्केट ट्रेंड और ग्लोबल इकोनॉमिक स्थिति का आकलन करना जरूरी है।

सोने और चांदी की कीमतें कैसे तय होती हैं?

भारत में सोने और चांदी की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनके दामों पर निर्भर करती हैं। इसके अलावा, डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत, इंपोर्ट ड्यूटी, डिमांड-सप्लाई फैक्टर और केंद्रीय बैंकों की नीतियां भी इन धातुओं की कीमतों को प्रभावित करती हैं। किसी भी बड़ी आर्थिक या राजनीतिक घटना का असर सीधे सोने और चांदी की कीमतों पर पड़ता है।

नतीजा

अगर आप सोने-चांदी में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो मौजूदा गिरावट आपके लिए एक अच्छा अवसर हो सकता है। हालांकि, बाजार में आगे क्या रुझान रहेगा, यह वैश्विक परिस्थितियों पर निर्भर करेगा। इसलिए, किसी भी निवेश से पहले विशेषज्ञों की राय लेना फायदेमंद रहेगा।

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