ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में साहित्यिक समिति काव्यांजलि द्वारा 14 से 28 सितंबर तक हिंदी पखवाड़े का आयोजन किया गया। विश्वविद्यालय के चारों कैंपस में हिंदी पखवाड़े को बड़ी धूम धाम से मनाया गया जिसमें प्रत्येक दिन विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। 28 सितंबर को हिंदी पखवाड़े का समापन कवि सम्मेलन व वार्षिक साहित्यिक पत्रिका “अभिव्यक्ति” के अनावरण के साथ किया गया।

ग्राफिक एरा की साहित्यिक समिति काव्यांजलि ने ग्राफिक एरा के डीम्ड कैंपस,ग्राफिक एरा हिल विवि के देहरादून,भीमताल व हल्द्वानी कैंपस में धूमधाम से हिंदी पखवाड़े का आयोजन किया।14 सितंबर को कार्यक्रम का शुभारंभ हिंदी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता के साथ किया गया, इसी कड़ी में स्लोगन लेखन, लेख व निबंध लेखन, पोस्टर रचना, भाषण व वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन किया। सभी प्रतियोगिताओं में चारों कैंपस के छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।

हिंदी भाषा के सशक्तिकरण के लिए आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं की तरफ से खासा उत्साह देखने को मिला, 24 सितम्बर को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें लोकनृत्य,संगीत,गढ़वाली संस्कृति तथा हिन्दी साहित्य के प्रमुख नाटकों का मंचन किया गया। काव्यांजलि के प्रथम पॉडकास्ट चैनल “वॉयस ऑफ काव्यांजलि” का उद्घाटन ग्राफिक एरा के कुलसचिव श्री ओमकार नाथ पंडित के द्वारा किया गया।

चैनल का लिंक: https://open.spotify.com/show/2zDzNwWgk93Km17tsp9Dil

पखवाड़े के समापन पर काव्यांजलि द्वारा प्रकाशित प्रथम साहित्यिक पत्रिका “अभिव्यक्ति” का विमोचन ग्राफिक एरा मैनेजमेंट बोर्ड की वरिष्ठ सदस्या श्रीमती राखी घनशाला द्वारा किया गया, इस कार्यक्रम में ग्राफिक एरा के चांसलर प्रो.(डॉ.) आर. सी. जोशी, वाइस चांसलर प्रो.(डॉ.) राकेश शर्मा, प्रोवाइस चांसलर प्रो.(डॉ.) एच. एन. नागराजा, काव्यांजलि के मुख्य मार्गदर्शक प्रो.(डॉ.) अमल शंकर शुक्ला व समस्त शिक्षक तथा छात्र गण उपस्थित रहें।

प्रो. ए. एस. शुक्ला ने कहा कि पाश्चात्य संस्कृति का अनुकरण कर रही आज की पीढ़ी के लिए आवश्यक है कि वह अपनी संस्कृति को समझे व अपनी भाषा से प्रेम करें।

काव्यांजलि समिति के अध्यक्ष अभिषेक भारद्वाज (छात्र,बीटेक) ने हिंदी पखवाड़े के आयोजन में व “अभिव्यक्ति” के संपादक के रूप में हिंदी भाषा को छात्र-छात्राओं के मध्य सशक्त बनाने व प्रेम जागृत करने का आह्वाहन किया है।

समापन पर आयोजित कवि सम्मेलन में कविताओं से माहौल रसमय हो गया,  काव्य पाठ के लिए डॉ नवीन कुमार बाजपेई, डॉ सुमन नैथानि ,डॉ सुशील डिमरी,डॉ विशाल चौहान, डॉ अभिलाषा उपाध्याय व श्री आशीष ध्यानी मौजूद रहे।

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