राजधानी देहरादून से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है आपको बता दें कि चंद्रबनी स्थित निकट वाइल्ड लाइफ, आराध्य फाउंडेशन नशा मुक्ति केंद्र में सिद्धार्थ नामक युवक उम्र लगभग 20 से 22 वर्ष S/O देवानंद , टर्नर रोड लेन नंबर- 1 का युवक लगभग 16 दिन से आराध्य फाउंडेशन नियर वाइल्ड लाइफ के पास भर्ती था। वही आज अचानक सुबह 7 :15 बजे घर के दरवाजे पर सिद्धार्थ का शव पड़ा देख आसपास हलचल सी मच गई,सूत्रों के अनुसार मौके के सीसीटीवी कैमरे में कैद वीडियो से पता चला की नशा मुक्ति केंद्र के संचालक द्वारा कुछ युवकों द्वारा शव को दरवाजे पर ही फेक गए।
वही युवक का शव घर के बाहर देखने के बाद परिजनो में आक्रोश देखने को मिला और अपराधियों को सामने लाने की मांग करने लगे ओर जिद करने लगे की हम शव को पोस्टमार्टम के लिऐ तब तक नहीं ले जाने देंगे, जब तक मौके पर कोई हमसे बड़े अधिकारी बात करने नहीं पहुंचेंगे। वही आपको बता दें कि सभी परिजनों ने और स्थानीय लोगों ने मिलकर टर्नर रोड पूरी तरीके से जाम कर दिया और मौके पर आवाजाही पूरी तरह से बंद कर दी, यहां जाम लगभग एक घंटा लगा रहा, वही मौके पर पहुंचे सीओ पटेल नगर, SDM,ADM, एसपी सिटी द्वारा समझाया गया तब जाकर परिजनों ने पोस्टमार्टम के लिए हामी भरी,आपको बता दे की परिजनों द्वारा एक बार एंबुलेंस वापिस भी कर दी थी, वही मौके पर पहुंचे एडीएम और एसपी सिटी ने मौके की कमान संभाली और बड़ी मुश्किल से शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। आपको बता दें कि नशा मुक्ति केंद्र संचालक सहित चार लोग पुलिस की हिरासत में है।
नशा मुक्ति केंद्र में युवक की मौत का मामला सामने आते ही आराध्य फाउंडेशन, नशा मुक्ति केंद्र पर जब मौके पर पुलिस भेजी गई तो वहा एक और बड़ा मामला सामने आया है की ऊपर नशा मुक्ति केंद्र चल रहा है तो वही निचे की बिल्डिंग में छोटे छोटे बच्चो की जान जोखिम में डाल कर स्कूल संचालित किया जा रहा है वही स्कूल के प्रिंसिपल पंकज बर्थवाल का कहना है की तीन महीने पहले ही उन्होंने स्कूल खोला है और उनको बोला गया है की जून माह तक नशा मुक्ति केंद्र हटा दिया जायेगा। वही आपको बता दे की प्रशांत जुयाल, अजय शर्मा, मनीष चौधरी , मोहन थापा पर धारा 120-B, 201, 302 , 34 ,506, अनुसूचित जाति प्रोटेक्ट एक्ट लगाई है।