धूमधाम के साथ मनाया गया इगास पर्व
मसूरी में इगास का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया जिसमें शहर के विभिन्न लोगों ने भाग लिया और उत्तराखंड की संस्कृति और रीति-रिवाज को से रूबरू हुए इस मौके पर भैलो नृत्य लकी ड्रा आतिशबाजी रस्सा कसी सहित विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए
इगास पर्व को पहाड़ों में बूढी दिवाली और बग्वाल के रूप में भी मनाया जाता है माना जाता है कि 14 वर्ष के वनवास के बाद भगवान श्री रामचंद्र जब अयोध्या लौटे तो पहाड़ों पर इसकी सूचना 12 दिन बाद मिली जिस पर यहां प्रकाश पर्व दीपावली मनाई गई और तब से लेकर आज तक पहाड़ों में दीपावली के 12 दिन बाद इगास पर्व मनाया जाता है
इस अवसर पर मसूरी व्यापार मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बताया कि इगास पर्व का पहाड़ों में विशेष महत्व है और उनकी संस्था द्वारा वर्ष भर आयोजित होने वाले विभिन्न पर्वों को धूमधाम के साथ मनाया जाता है
उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कार्यक्रमों को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करना चाहिए ताकि आने वाली पीढ़ी को हमारे पर्वो की जानकारी हो सके
इस मौके पर कार्यक्रम संचालक प्रदीप भंडारी ने कहा कि इगास पर्व पर आज सैकड़ो की संख्या में लोग पहुंचे हैं और पहाड़ों में मनाया जाने वाले इस ऐतिहासिक पर्व का अपना विशेष महत्व है और सरकार को भी ऐसे कार्यक्रमों को धूमधाम के साथ मनाया जाना चाहिए