गठबंधन सिर्फ लोकसभा तक सीमित? तेजस्वी यादव के बयान से क्या ‘INDIA’ गठबंधन में टूट के संकेत?

राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने बक्सर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ऐसा बयान दिया, जो ‘INDIA’ गठबंधन के भविष्य पर सवाल खड़ा कर सकता है। तेजस्वी ने कहा कि ‘INDIA’ गठबंधन का गठन सिर्फ लोकसभा चुनाव के लिए हुआ था, विधानसभा चुनावों के लिए इसका कोई औपचारिक निर्णय नहीं लिया गया है। उनके इस बयान ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज कर दी है कि क्या विपक्षी दलों का यह बड़ा गठबंधन दरारों की ओर बढ़ रहा है।

तेजस्वी यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के संदर्भ में आरजेडी कोई विशेष भूमिका निभाने नहीं जा रही है। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार करेंगे, तो उन्होंने जवाब दिया कि अभी इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने कहा, “यह पहले से तय था कि ‘INDIA’ गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए है। विधानसभा चुनाव के लिए इस पर कोई समझौता नहीं हुआ है।”

तेजस्वी का यह बयान उस समय आया है जब दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखें घोषित हो चुकी हैं और राजनीतिक दल अपनी रणनीतियां तैयार कर रहे हैं। ‘INDIA’ गठबंधन, जो लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ साझा मोर्चा बनाने का दावा करता है, दिल्ली में बंटा हुआ नजर आ रहा है। आम आदमी पार्टी (आप) अकेले अपने दम पर चुनावी मैदान में है, जबकि कांग्रेस भी स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि गठबंधन का यह आंतरिक विभाजन आगामी चुनावों में क्या प्रभाव डालता है।

दिल्ली चुनाव में गठबंधन की रणनीति पर चर्चा करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार में हम साथ हैं, लेकिन दिल्ली में क्या होगा, यह तय नहीं है।” उनका यह बयान इस ओर इशारा करता है कि क्षेत्रीय और राज्य स्तरीय राजनीति में गठबंधन का असर सीमित हो सकता है। आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्ते हैं, और यह देखना बाकी है कि क्या ये पार्टियां चुनाव के बाद किसी साझा मंच पर आ सकेंगी।

तेजस्वी के इस बयान के राजनीतिक मायने कई हैं। यह स्पष्ट संकेत है कि क्षेत्रीय दल अपने-अपने राज्यों में स्वतंत्र रूप से काम करना चाहते हैं और गठबंधन को केवल लोकसभा चुनाव तक सीमित रखना चाहते हैं। दूसरी ओर, यह भाजपा के लिए एक राजनीतिक अवसर हो सकता है, जो विपक्षी गठबंधन की कमजोरियों को उजागर कर अपने पक्ष में माहौल बना सकती है।

बिहार के संदर्भ में तेजस्वी ने साफ किया कि राज्य में महागठबंधन अभी भी मजबूत है और उनकी पार्टी जनता दल (यू) तथा कांग्रेस के साथ मिलकर काम कर रही है। हालांकि, दिल्ली विधानसभा चुनावों में आरजेडी की भूमिका सीमित रहेगी।

तेजस्वी यादव का यह बयान सिर्फ एक राजनीतिक टिप्पणी नहीं, बल्कि ‘INDIA’ गठबंधन की रणनीतिक कमजोरियों को उजागर करता है। यह देखना अब महत्वपूर्ण होगा कि लोकसभा चुनाव से पहले इस गठबंधन में क्या कोई ठोस समझौता होता है, या यह सिर्फ अवसरवादी राजनीति तक सीमित रह जाएगा।

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