भारत का ‘मोस्ट वांटेड’ खालिस्तानी आतंकवादी अमेरिका में गिरफ्तार, FBI ने की कार्रवाई
भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल गैंगस्टर और खालिस्तानी आतंकवादी पवित्तर सिंह बटाला को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। पवित्तर सिंह को अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई (FBI) ने सात अन्य खालिस्तानी आतंकियों के साथ गैंग से जुड़ी अपहरण और प्रताड़ना के एक मामले में गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 11 जुलाई 2025 को की गई, जब सैन जोआक्विन काउंटी में एक विशेष ऑपरेशन चलाया गया।
सैन जोआक्विन काउंटी के शेरिफ ऑफिस ने शनिवार को एक बयान में बताया कि यह कार्रवाई उनके AGNET यूनिट के नेतृत्व में की गई, जिसमें स्टॉकटन पुलिस विभाग की SWAT टीम, मंटेका पुलिस विभाग, स्टैनिस्लॉस काउंटी शेरिफ ऑफिस और एफबीआई की स्पेशल टीमों ने हिस्सा लिया। इस दौरान पांच ठिकानों पर एक साथ तलाशी अभियान चलाया गया और आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

बताया जा रहा है कि पवित्तर सिंह बटाला बब्बर खालसा इंटरनेशनल (Babbar Khalsa International – BKI) नाम के प्रतिबंधित आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। भारत में उस पर कई आतंकी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप है और NIA उसे काफी समय से ढूंढ रही थी। उसकी गिरफ्तारी को भारत की सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।
गिरफ्तारी अमेरिका के कैलिफोर्निया राज्य के सैन जोआक्विन काउंटी में हुई, जहां यह गिरोह एक व्यक्ति के अपहरण और यातना के मामले में शामिल था। जांच एजेंसियों का मानना है कि यह गिरोह खालिस्तानी विचारधारा से प्रेरित है और इसके सदस्य भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
इस ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने कई हथियार, दस्तावेज और डिजिटल उपकरण भी जब्त किए हैं जो इस गिरोह की गतिविधियों और उनके नेटवर्क के बारे में जानकारी प्रदान कर सकते हैं। अभी इस मामले की जांच चल रही है और एफबीआई इन आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
भारत सरकार और NIA ने अमेरिका की इस कार्रवाई का स्वागत किया है और कहा है कि वे इन आतंकियों के प्रत्यर्पण (extradition) के लिए अमेरिकी अधिकारियों से संपर्क में हैं। अगर पवित्तर सिंह बटाला को भारत लाया जाता है, तो उस पर कई गंभीर धाराओं में मुकदमा चलाया जा सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस गिरफ्तारी से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खालिस्तानी नेटवर्क को बड़ा झटका लगा है। यह भी संकेत है कि भारत के खिलाफ काम कर रहे आतंकवादी अब दुनिया के किसी भी कोने में सुरक्षित नहीं हैं।