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"Indian Stock Market Soars: What’s Driving the Surge?"

आज मंगलवार, 15 अप्रैल को भारतीय शेयर बाजार में जबरदस्त तेजी देखने को मिल रही है। सेंसेक्स 1600 अंक से ज्यादा चढ़कर 76,800 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, वहीं निफ्टी में भी करीब 500 अंकों की तेजी दर्ज की गई है और यह 23,300 के स्तर पर है। बाजार में इस अप्रत्याशित उछाल ने निवेशकों को हैरान कर दिया है। सेंसेक्स के सभी 30 और निफ्टी के सभी 50 शेयरों में तेजी देखी गई है। टाटा मोटर्स, HDFC बैंक, बजाज फाइनेंस, लार्सन एंड टुब्रो, एयरटेल और रिलायंस जैसे दिग्गज शेयरों में 4% तक की तेजी दर्ज की गई है।

NSE के सेक्टोरल इंडाइसेज में ऑटो सेक्टर में सबसे अधिक 2.74% की तेजी रही, इसके बाद रियल्टी में 2.65%, फाइनेंशियल सर्विसेज में 2.16%, प्राइवेट बैंकिंग में 1.95% और मेटल सेक्टर में 1.81% की तेजी देखी गई। इन आंकड़ों से यह स्पष्ट है कि निवेशकों का रुझान खासकर ऑटो और रियल एस्टेट सेक्टर की ओर अधिक रहा है।

बाजार में तेजी के पीछे दो मुख्य कारण माने जा रहे हैं:

  1. अमेरिकी टैरिफ से 90 दिन की राहत: 9 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ने चीन को छोड़कर अन्य सभी देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ को 90 दिनों के लिए टालने का फैसला किया था। इसके बाद अमेरिकी शेयर बाजारों में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। डाउ जोन्स 312 अंक, नैस्डैक 107 अंक और S&P 500 42 अंक चढ़कर बंद हुए। इस फैसले के बाद एशियाई बाजारों में भी तेजी का माहौल बना और जापान, कोरिया जैसे बाजारों में 10 अप्रैल को 10% तक का उछाल देखा गया।

भारतीय बाजार 10 अप्रैल को महावीर जयंती के चलते बंद था, इसलिए आज इसका सकारात्मक असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिला।

  1. भारत-अमेरिका ट्रेड डील की उम्मीद: अमेरिकी टैरिफ राहत के चलते भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) की संभावनाएं बढ़ गई हैं। इस डील से भारत के निर्यातकों को अल्पकालिक लाभ मिलने की उम्मीद है क्योंकि चीन को टैरिफ राहत नहीं मिली है। इस कॉम्पिटिटिव एडवांटेज के चलते भारतीय बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी और अधिक बढ़ गई है।

विदेशी निवेशकों और घरेलू निवेशकों की भूमिका: 9 अप्रैल को विदेशी निवेशकों (FIIs) ने 2,519.03 करोड़ रुपए के शेयर बेचे, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने 3,759.27 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। घरेलू निवेशकों की सक्रियता ने बाजार को स्थिर बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है।

ग्लोबल मार्केट का असर: जापान का निक्केई इंडेक्स 302 अंक चढ़कर 34,285 पर, कोरिया का कोस्पी 19 अंक चढ़कर 2,475 पर रहा। हालांकि चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग इंडेक्स थोड़ी गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं, फिर भी भारतीय बाजार पर इनका असर सीमित रहा।

पिछले कारोबारी दिन की स्थिति: शुक्रवार, 11 अप्रैल को भी भारतीय बाजार में तेजी देखी गई थी। सेंसेक्स 1310 अंक चढ़कर 75,157 के स्तर पर बंद हुआ था, वहीं निफ्टी 429 अंक की बढ़त के साथ 22,829 पर बंद हुआ। NSE के 50 में से 46 शेयरों में तेजी रही। उस दिन मेटल, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, फार्मा, ऑयल एंड गैस और ऑटो सेक्टर में जबरदस्त खरीदारी देखी गई थी।

सोने की कीमतों में बड़ा अनुमान: विदेशी इन्वेस्टमेंट बैंक गोल्डमैन सैक्स ने अनुमान लगाया है कि अगर अमेरिका-चीन ट्रेड वॉर और वैश्विक मंदी का खतरा बढ़ता है तो सोने की कीमतें 4,500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं। इसका मतलब भारत में सोने का दाम 10 ग्राम के लिए ₹1.30 लाख तक जा सकता है। यदि मंदी का जोखिम इतना गंभीर नहीं रहा, तब भी यह 3,700 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकता है।

निष्कर्ष: आज का दिन भारतीय शेयर बाजार के लिए बेहद सकारात्मक रहा है। सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार तेजी से निवेशकों का भरोसा और उत्साह दोनों ही बढ़ा है। वैश्विक परिस्थितियों, घरेलू नीतियों और निवेशकों के व्यवहार का मिला-जुला असर बाजार पर पड़ा है। आने वाले दिनों में ट्रेड डील और वैश्विक संकेतों के आधार पर बाजार की दिशा तय होगी, लेकिन फिलहाल बाजार की चाल सकारात्मक बनी हुई है।

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