बॉलीवुड में आजकल सिर्फ एक्टिंग ही नहीं, बल्कि पर्सनैलिटी और इमेज भी उतनी ही महत्वपूर्ण हो गई है। कलाकारों को न केवल पर्दे पर परफेक्ट दिखने की जरूरत होती है, बल्कि ऑफ-स्क्रीन भी उनकी पर्सनैलिटी और बॉडी लैंग्वेज का खास ध्यान रखा जाता है। यह सब इसलिए क्योंकि आजकल स्टार्स का इमेज और पर्सनैलिटी उनके करियर को कई गुना ऊपर उठा सकती है और उनके फैन्स पर भी गहरा असर डाल सकती है। फिल्म प्रमोशन, अवॉर्ड फंक्शन या मीडिया इंटरैक्शन, हर जगह उनकी इमेज का बहुत महत्व होता है।
हाल ही में बॉलीवुड में इमेज कंसल्टेंसी और पर्सनैलिटी ग्रूमिंग का ट्रेंड तेजी से बढ़ा है। यही कारण है कि एक्टर्स अब सिर्फ कलाकार ही नहीं, बल्कि बड़े ब्रांड्स के एंबेसडर भी बन चुके हैं। इस ट्रेंड को समझने के लिए हम इमेज कंसल्टेंट्स और पर्सनैलिटी कोच से बातचीत कर रहे हैं, जो स्टार्स को अपनी पर्सनैलिटी को निखारने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करते हैं।
इमेज कंसल्टेंसी का मतलब सिर्फ एक्टर की बाहरी शख्सियत को बदलना नहीं है, बल्कि इसके माध्यम से एक व्यक्ति के भीतर की पर्सनैलिटी को बाहर लाने की कोशिश की जाती है। स्टार्स अपने व्यक्तित्व को परिष्कृत करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं, ताकि वे अपनी पूरी पोटेंशियल को एक्सप्लोर कर सकें और साथ ही अपनी इमेज को टेलीविजन, फिल्म और पब्लिक प्लेटफॉर्म्स पर बेहतर तरीके से प्रस्तुत कर सकें।
कंगना रनौत का उदाहरण लिया जा सकता है, जो पहले सिर्फ एक्ट्रेस के तौर पर जानी जाती थीं, लेकिन जब उन्होंने पॉलिटिक्स में कदम रखा, तो उनकी इमेज को भी बदलना पड़ा। कंगना ने इमेज कंसल्टेंसी का सहारा लिया और अब वह ज्यादातर साड़ी और ब्लाउज पहनती हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि अब वह खुद को एक पॉलिटिशियन के रूप में प्रस्तुत करना चाहती हैं, न कि सिर्फ एक फिल्म एक्ट्रेस के रूप में। इस बदलाव से यह साफ पता चलता है कि उन्होंने अपनी पब्लिक इमेज को इस प्रकार से बदल लिया है कि वह राजनीति में भी प्रभावी बन सकें।
इमेज कंसल्टेंसी में ना सिर्फ एक्टर की बाहरी इमेज को सुधारा जाता है, बल्कि उनकी मानसिकता और उनके व्यवहार में भी बदलाव लाने का प्रयास किया जाता है। उदाहरण के तौर पर, अनुष्का शर्मा, जो पहले काफी गुस्सैल और जल्दी इरिटेट हो जाती थीं, अब अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाती हैं। मृणाल ठाकुर, जो पहले इंट्रोवर्ट थीं और पब्लिक प्लेस पर नर्वस महसूस करती थीं, अब वह अपनी पर्सनैलिटी में ग्रेस और ठहराव ला चुकी हैं।
इसी तरह, कार्तिक आर्यन, जिनके आत्मविश्वास में पहले काफी कमी थी, अब धीरे-धीरे और कड़ी मेहनत के बाद अपने आत्मविश्वास को बढ़ा चुके हैं। टाइगर श्रॉफ, जो पहले शर्मीले थे, अब अपनी पर्सनैलिटी को पूरी दुनिया के सामने बेहद आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करते हैं।
इससे यह साबित होता है कि इमेज कंसल्टेंसी और पर्सनैलिटी ग्रूमिंग किसी भी अभिनेता के लिए कितना जरूरी हो गया है। यह न केवल उनकी बाहरी शख्सियत को संवारता है, बल्कि उनकी मानसिक स्थिति और आत्मविश्वास में भी इजाफा करता है, जिससे उनकी पब्लिक इमेज और करियर दोनों पर सकारात्मक असर पड़ता है।