आज, 26 फरवरी 2025, को संपूर्ण देश में महाशिवरात्रि का पावन पर्व अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य विवाह का प्रतीक है, जिसे फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं, शिवलिंग का रुद्राभिषेक करते हैं और पूरी रात जागरण कर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हैं।

📿 महाशिवरात्रि का महत्व
महाशिवरात्रि को लेकर अनेक धार्मिक मान्यताएँ प्रचलित हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इसी दिन शिवजी ने तांडव नृत्य किया था, जिसे सृष्टि के निर्माण, पालन और संहार का प्रतीक माना जाता है। यह दिन शिवभक्तों के लिए विशेष पुण्यफलदायी होता है।

🛕 पूजन-विधि और महत्त्वपूर्ण परंपराएँ
महाशिवरात्रि की पूजा चार प्रहरों में की जाती है। भक्तजन भगवान शिव को जल, दूध, दही, शहद, बेलपत्र, भस्म, चंदन, धतूरा, और भांग अर्पित कर उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन सच्चे मन से भगवान शिव का पूजन करने से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और जीवन के समस्त कष्ट समाप्त हो जाते हैं।

🌊 कुंभ मेले में शाही स्नान का आयोजन
इस वर्ष महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर कुंभ मेले में अंतिम शाही स्नान का आयोजन किया जा रहा है। देशभर से आए लाखों श्रद्धालु पवित्र गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति प्राप्त कर रहे हैं। साधु-संतों और नागा बाबाओं द्वारा किए गए शाही स्नान का अद्भुत दृश्य पूरे विश्व के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

📌 महाशिवरात्रि पर विशेष आयोजन
बड़े मंदिरों में भव्य आरती एवं रुद्राभिषेक – काशी विश्वनाथ, उज्जैन के महाकालेश्वर, सोमनाथ और केदारनाथ समेत सभी प्रमुख शिवालयों में विशेष पूजन का आयोजन किया जा रहा है।
शिव बारात का आयोजन – कई स्थानों पर भगवान शिव की बारात निकाली जाती है, जिसमें भक्तगण बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए नाचते-गाते चलते हैं।
विशेष प्रवचन एवं भजन संध्या – कई मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर भजन-कीर्तन, कथा और प्रवचन का आयोजन हो रहा है।
🌟 महाशिवरात्रि व्रत का लाभ
शास्त्रों में कहा गया है कि जो भक्त महाशिवरात्रि के दिन उपवास रखकर पूरी श्रद्धा से भगवान शिव की आराधना करता है, उसे समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और वह मोक्ष का अधिकारी बनता है। इस दिन शिवपुराण का पाठ करना और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी होता है।

🚩 हर-हर महादेव!
आज के दिन संपूर्ण वातावरण भगवान शिव की भक्ति से गुंजायमान है। हर तरफ “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। भक्तजन पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर उनके आशीर्वाद की कामना कर रहे हैं। इस महाशिवरात्रि पर भगवान शिव से प्रार्थना है कि वे सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें और जीवन में सुख, शांति, समृद्धि प्रदान करें।

🔱 “ॐ नमः शिवाय” 🔱

महाशिवरात्रि2025 #भगवानशिव #शिवभक्त #हरहरमहादेव #भोलेनाथ #शिवरात्रिकी_शुभकामनाएँ

आज, 26 फरवरी 2025, को संपूर्ण देश में महाशिवरात्रि का पावन पर्व अत्यंत श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। यह पर्व भगवान शिव और माता पार्वती के दिव्य विवाह का प्रतीक है, जिसे फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भक्तजन व्रत रखते हैं, शिवलिंग का रुद्राभिषेक करते हैं और पूरी रात जागरण कर ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करते हैं।

📿 महाशिवरात्रि का महत्व
महाशिवरात्रि को लेकर अनेक धार्मिक मान्यताएँ प्रचलित हैं। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था। इसी दिन शिवजी ने तांडव नृत्य किया था, जिसे सृष्टि के निर्माण, पालन और संहार का प्रतीक माना जाता है। यह दिन शिवभक्तों के लिए विशेष पुण्यफलदायी होता है।

🛕 पूजन-विधि और महत्त्वपूर्ण परंपराएँ
महाशिवरात्रि की पूजा चार प्रहरों में की जाती है। भक्तजन भगवान शिव को जल, दूध, दही, शहद, बेलपत्र, भस्म, चंदन, धतूरा, और भांग अर्पित कर उनकी कृपा प्राप्त करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन सच्चे मन से भगवान शिव का पूजन करने से सभी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और जीवन के समस्त कष्ट समाप्त हो जाते हैं।

🌊 कुंभ मेले में शाही स्नान का आयोजन
इस वर्ष महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर कुंभ मेले में अंतिम शाही स्नान का आयोजन किया जा रहा है। देशभर से आए लाखों श्रद्धालु पवित्र गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगाकर अपने पापों से मुक्ति प्राप्त कर रहे हैं। साधु-संतों और नागा बाबाओं द्वारा किए गए शाही स्नान का अद्भुत दृश्य पूरे विश्व के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

📌 महाशिवरात्रि पर विशेष आयोजन
बड़े मंदिरों में भव्य आरती एवं रुद्राभिषेक – काशी विश्वनाथ, उज्जैन के महाकालेश्वर, सोमनाथ और केदारनाथ समेत सभी प्रमुख शिवालयों में विशेष पूजन का आयोजन किया जा रहा है।
शिव बारात का आयोजन – कई स्थानों पर भगवान शिव की बारात निकाली जाती है, जिसमें भक्तगण बम-बम भोले के जयकारे लगाते हुए नाचते-गाते चलते हैं।
विशेष प्रवचन एवं भजन संध्या – कई मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर भजन-कीर्तन, कथा और प्रवचन का आयोजन हो रहा है।
🌟 महाशिवरात्रि व्रत का लाभ
शास्त्रों में कहा गया है कि जो भक्त महाशिवरात्रि के दिन उपवास रखकर पूरी श्रद्धा से भगवान शिव की आराधना करता है, उसे समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और वह मोक्ष का अधिकारी बनता है। इस दिन शिवपुराण का पाठ करना और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करना अत्यंत फलदायी होता है।

🚩 हर-हर महादेव!
आज के दिन संपूर्ण वातावरण भगवान शिव की भक्ति से गुंजायमान है। हर तरफ “हर-हर महादेव” और “बोल बम” के जयकारे सुनाई दे रहे हैं। भक्तजन पूरी श्रद्धा के साथ भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर उनके आशीर्वाद की कामना कर रहे हैं। इस महाशिवरात्रि पर भगवान शिव से प्रार्थना है कि वे सभी पर अपनी कृपा बनाए रखें और जीवन में सुख, शांति, समृद्धि प्रदान करें।

🔱 “ॐ नमः शिवाय” 🔱

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