बॉलीवुड की ट्रेजडी क्वीन के नाम से मशहूर मीना कुमारी का जीवन न सिर्फ फिल्मों में, बल्कि असल जिंदगी में भी काफी उथल-पुथल से भरा हुआ था। उन्होंने कई बेहतरीन फिल्मों में अभिनय किया और दर्शकों को अपने अभिनय से मंत्रमुग्ध किया, लेकिन उनका निजी जीवन भी उतना ही जटिल और दिलचस्प था। उनके जीवन के एक महत्वपूर्ण दौर में धर्मेंद्र के साथ उनका अफेयर चर्चा का विषय बन गया था।
मीना कुमारी और धर्मेंद्र का प्यार हालांकि लंबे समय तक नहीं टिक सका, लेकिन इस संबंध ने दोनों के जीवन में गहरी छाप छोड़ी। मीना कुमारी उस समय बॉलीवुड की सबसे बड़ी स्टार थीं, जबकि धर्मेंद्र अपने करियर के शुरुआती दौर में थे। दोनों के बीच प्यार की चिंगारी तब आई जब मीना कुमारी अपने करियर के शिखर पर थीं और धर्मेंद्र को अभी फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनानी थी।
मीना कुमारी और धर्मेंद्र का अफेयर
मीना कुमारी का विवाह 1951 में प्रसिद्ध फिल्म निर्देशक कमाल अमरोही से हुआ था। हालांकि, उनकी शादी ज्यादा दिन नहीं टिक पाई और 1964 में उनका तलाक हो गया। इस तलाक के बाद मीना कुमारी अकेलेपन का शिकार हो गईं और एक तरफ जहां उनके करियर का ग्राफ ऊपर चढ़ रहा था, वहीं उनका निजी जीवन कठिनाइयों का सामना कर रहा था।
इस दौरान मीना कुमारी और धर्मेंद्र के बीच नजदीकी बढ़ी। हालांकि, दोनों में से किसी ने भी इस रिश्ते पर खुलकर बात नहीं की, लेकिन दोनों के अफेयर की खबरें मीडिया में खूब चर्चा में रहीं। धर्मेंद्र उस समय शादीशुदा थे और उनकी पत्नी प्रकाश कौर से चार बच्चे थे। बावजूद इसके, उनके और मीना कुमारी के रिश्ते ने काफी सुर्खियां बटोरीं।
मीना कुमारी ने धर्मेंद्र को दिलवाए कई मौके
बताया जाता है कि मीना कुमारी ने धर्मेंद्र को बॉलीवुड में अपनी फिल्मों में कास्ट करने के लिए कई निर्देशकों से बात की। एक्ट्रेस ने अपनी फिल्मों के निर्माता-निर्देशकों से यह शर्त रखी कि अगर धर्मेंद्र को कास्ट किया जाएगा तो वह फिल्म में काम करेंगी। मीना कुमारी के करियर के शिखर पर रहते हुए, उन्होंने धर्मेंद्र की मदद की और कई महत्वपूर्ण फिल्मों में उन्हें कास्ट करवाया।
धर्मेंद्र को मीना कुमारी के साथ काम करने के कई मौके मिले और उन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर भी अच्छा प्रदर्शन किया। हालांकि, जब धर्मेंद्र की सफलता की सीढ़ियां चढ़ने लगीं और उनकी फिल्म ‘फूल और कांटे’ हिट हुई, तो उनके और मीना कुमारी के रिश्ते में दरारें आनी शुरू हो गईं।
धर्मेंद्र के बदलते तेवर
धर्मेंद्र के करियर की बुलंदी के साथ ही उनका व्यवहार भी बदलने लगा। वह अब व्यस्त हो गए थे और फिल्म इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने के बाद उनके तेवर भी बदल गए थे। मीना कुमारी ने उन्हें काफी मदद की थी, लेकिन धर्मेंद्र के बढ़ते करियर और काम की वजह से उनका ध्यान अब दूसरी तरफ लगने लगा।
इसके बाद, दोनों के बीच दूरी बढ़ने लगी और उनका अफेयर धीरे-धीरे खत्म हो गया। हालांकि, इस दौरान दोनों ने एक साथ कई फिल्में की थीं। 1964 में आई फिल्म ‘मैं भी लड़की हूं’ में दोनों ने पहली बार साथ काम किया था। इसके बाद भी उन्होंने कई फिल्मों में एक साथ काम किया जैसे ‘पूर्णिमा’, ‘मंझली दीदी’, ‘फूल और पत्थर’, ‘चंदन का पालना’ और ‘बहारों की मंजिल’ जैसी फिल्में शामिल थीं।
मीना कुमारी का दुखी अंत
मीना कुमारी के जीवन में प्यार और धोखे के अलावा और भी कई कठिनाइयाँ आईं। उनके करियर के शिखर पर रहते हुए, उन्होंने जो दर्द भरा जीवन जिया, वह एक बहुत बड़ी कहानी बन गई। मीना कुमारी को “ट्रेजडी क्वीन” कहा जाता था क्योंकि उनकी फिल्मों में वह हमेशा दुख, दर्द और शोक का चेहरा लेकर आईं, लेकिन असल जिंदगी में भी वह अपनी व्यक्तिगत समस्याओं से जूझ रही थीं। उनके रिश्ते टूटने के बाद उनका जीवन और भी दुखद हो गया।
कम उम्र में ही मीना कुमारी का निधन हो गया, और उन्होंने मात्र 39 वर्ष की उम्र में इस दुनिया को अलविदा ले लिया। उनका जीवन, जो प्यार और दर्द की गहरी कहानी का प्रतीक बन चुका था, बॉलीवुड के इतिहास में एक दर्दनाक और यादगार अध्याय के रूप में हमेशा जीवित रहेगा।
निष्कर्ष
मीना कुमारी और धर्मेंद्र का अफेयर एक दुखद प्रेम कहानी है, जो बॉलीवुड के सुनहरे दिनों में एक दुख भरी याद के रूप में जानी जाती है। यह कहानी दर्शाती है कि ग्लैमर और सफलता के बावजूद, व्यक्तिगत जीवन में क्या-क्या समस्याएं और दर्द हो सकते हैं। मीना कुमारी की संघर्षपूर्ण जीवनगाथा न केवल एक अभिनेत्री के रूप में, बल्कि एक इंसान के रूप में भी प्रेरणा देती है, जिन्होंने अपने जीवन के सबसे कठिन समय में भी अपनी कला को नहीं छोड़ा।